Gidhaur.com (न्यूज़ डेस्क) - मंगलवार, 15 अगस्त को गिद्धौर में जन्माष्टमी की धूम मची रही। पूजा पंडालों में भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड उमड़ पड़ी। गिद्धौर के पंचमंदिर के निकट और महावीर मंदिर प्रांगण में जन्माष्टमी की रात भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर देर रात तक पूजन कार्यक्रम चलता रहा। रात्रि में कृष्ण जन्म के उपरांत श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किये। दोनों ही पूजा पंडालों में भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमांए स्थापित की गयी। मंदिर में स्थापित झूले पर माखन खाते भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही।
श्रद्धालुओं ने उपवास रखकर भगवान के दर्शन कर उनके समक्ष दीप जलाए तथा मन्नतें मांगी। कईयों ने मन्नत पुरे होने पर भगवान के चरणों में उपहार स्वरूप कई भेंट चढ़ाए। मंगलवार की शाम श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजा पंडाल में दिखाई दी। पंडालों को रंग-बिरंगे बल्ब और झालरों से सजाकर तैयार किया गया था। पालकी पर बाल कृष्ण की प्रतिमा लगाकर पंडालों को आकर्षक रुप से सजाया गया था। जिसका आकर्षण देखते ही बनता था।
सोमवार की देर रात कृष्ण जन्मोत्सव पर यह गीत खूब गूंजा -
मच गया शोर सारी नगरी रे।
आया बिरज का ग्वाला संभाल अपनी गगरी रे।
महिलाओं के अलावा पुरुष एवं छोटे बच्चों के द्वारा भी उपवास रखा गया था। श्रद्धालुओ के द्वारा रात्रि 11: 45 पर कृष्ण जन्मोत्सव के बाद फल का सेवन कर उपवास तोड़ा गया। धरती पर प्रेम व स्नेह को परिभाषित करने तथा मानव को अपने कर्म के अनुसार फल मिलने का संदेश देने के लिए सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार के रूप में अवतरित हुए। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर गिद्धौर सहित आस पास के कई पंचायतों के श्रद्धालु पूजा अर्चना व आराधना करने पहुंचते रहे। वहीं पूजा के मौके पर उपस्थित होने वाले भीड़ के मद्देनजर पंडालों में कार्यकर्ताओं द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था। गौरतलब हो कि जन्माष्टमी का त्योहार भव्य व आकर्षक तरीके से मनाया जाता रहा है।
मटके से माखन खाते श्रीकृष्ण प्रतिमा बना रहा आकर्षण का केंद्र
पंचमन्दिर के निकट के पंडाल में स्थापित झूले पर ओट लगाये माखन खाते श्री कृष्ण की प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र रही। त्यौहार के मौके पर विद्यालयों में छुट्टी रहने के कारण बच्चों की टोलियों ने जम कर मेले का लुत्फ़ उठाया। जन्माष्टमी के सफल आयोजन में पंचमन्दिर समिति के छोटू कुमार, पवन शर्मा, सुबोध रावत, बिट्टू कुमार, नीतीश कुमार, अरुण कुमार, राहुल कुमार, धीरज कुमार, संतोष कुमार एवं अन्य सदस्यों का योगदान रहा।
मच गया शोर सारी नगरी रे।
आया बिरज का ग्वाला संभाल अपनी गगरी रे।
महिलाओं के अलावा पुरुष एवं छोटे बच्चों के द्वारा भी उपवास रखा गया था। श्रद्धालुओ के द्वारा रात्रि 11: 45 पर कृष्ण जन्मोत्सव के बाद फल का सेवन कर उपवास तोड़ा गया। धरती पर प्रेम व स्नेह को परिभाषित करने तथा मानव को अपने कर्म के अनुसार फल मिलने का संदेश देने के लिए सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु के अवतार के रूप में अवतरित हुए। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के मौके पर गिद्धौर सहित आस पास के कई पंचायतों के श्रद्धालु पूजा अर्चना व आराधना करने पहुंचते रहे। वहीं पूजा के मौके पर उपस्थित होने वाले भीड़ के मद्देनजर पंडालों में कार्यकर्ताओं द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था। गौरतलब हो कि जन्माष्टमी का त्योहार भव्य व आकर्षक तरीके से मनाया जाता रहा है।
मटके से माखन खाते श्रीकृष्ण प्रतिमा बना रहा आकर्षण का केंद्र
पंचमन्दिर के निकट के पंडाल में स्थापित झूले पर ओट लगाये माखन खाते श्री कृष्ण की प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र रही। त्यौहार के मौके पर विद्यालयों में छुट्टी रहने के कारण बच्चों की टोलियों ने जम कर मेले का लुत्फ़ उठाया। जन्माष्टमी के सफल आयोजन में पंचमन्दिर समिति के छोटू कुमार, पवन शर्मा, सुबोध रावत, बिट्टू कुमार, नीतीश कुमार, अरुण कुमार, राहुल कुमार, धीरज कुमार, संतोष कुमार एवं अन्य सदस्यों का योगदान रहा।
गिद्धौर | 22/08/2017, मंगलवार
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