बिहार सरकार के सात निश्चय में शामिल 'हर घर नल का जल' के तहत अब जल्द ही गिद्धौर वासियों को पीने का शुद्ध व स्वच्छ पानी मिलेगा। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पाइप के माध्यम से जलापूर्ति के लिए स्वीकृत योजना द्वारा सरकार ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच शुद्ध पेयजल पहुँचाने को लेकर कृत संकल्पित है। वर्तमान समय में सबको आवास, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत है। विकास की इस कड़ी में जमुई जिले का गिद्धौर प्रखंड भी धीरे-धीरे आगे बढ़ता जा रहा है। पूर्व मंत्री सह जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष गिद्धौर निवासी श्री दामोदर रावत के अथक प्रयास से उनके मंत्रित्व काल में ही पीएचईडी विभाग द्वारा मंजूर हुए हर घर नल का जल योजना के तहत सभी घरों में शुद्ध पेयजल पहुँचाने का सपना अब यहां मूर्त रूप ले चुका है। योजना के अनुसार गिद्धौर में 3,45,150 लाख रुपये के लागत से पानी टंकी का निर्माण किया जा चुका है। यहाँ के हर रास्तों में पाइप बिछाई जा चुकी है। केवल घरों तक कनेक्शन किये जाने के बाद अब जल्द ही यहां के ग्रामीणों को उनके घर पर शुद्ध पेयजल नलों से प्राप्त होगा।
इसी योजना के अंतर्गत गिद्धौर प्रखंड से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मौरा ग्राम में भी पानी टंकी निर्माण की योजना पारित हुई थी जिसका शिलान्यास भी तत्कालीन मंत्री श्री दामोदर रावत द्वारा किया गया था। लेकिन टेंडर पास नहीं होने की वजह से मौरा में पानी टंकी के निर्माण में विलम्ब हो गया। इस कारण गांव के लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। महिलाएं भरी दुपहरी में भी गांव से लगभग 700 मीटर की दुरी पर वरनार नदी से पानी लाने को विवश हैं। लेकिन तेज़ धूप और गर्मी की वजह से नदियों का पानी भी सूख गया है जिससे कि महिलाओं को नदी में चुआं खोदकर पानी निकालना पड़ता है। मुश्किल यह है कि गांव से नदी की ओर जाने वाली पगडण्डी भी ऊँची नीची है जिससे कि आने-जाने में भी कठिनाई होती है। प्रतिदिन गांव की महिलाएं सुबह-शाम नदी से चुआं खोदकर तसले व बाल्टियों में पानी लाती हैं। कई बार उन्हें दोपहर में भी पानी लाने जाना पड़ता है। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही मौरा में भी पानी टंकी के निर्माण के बाद उनकी समस्याओं का समाधान होगा।

~गिद्धौर | 14/05/2017, (रविवार)