गिद्धौर स्थित इंटरस्तरीय महाराज चन्द्रचूड़ विद्यामंदिर के नव निर्मित भवन में लगे खिड़की के शीशों को असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया है। ऐसी हरकतें उनके बुलन्द हौसले को जाहिर कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार की तीन-चार दिन पहले ये शीशा तोड़ा गया, और कुछ ही दिन पहले इस नए भवन के सामने की चारदीवारी को भी असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ा दिया गया है। यह घटना घटित होते तो किसी ने नहीं देखा, पर जब टूटे हुए शीशे पर नजर भी पड़ी तब इसकी जानकारी हुई।
खुलेआम हजारों रूपये के कांच को चकनाचूर कर देना, हमारे समाज के उदासीन रवैये का प्रतिपादन करता है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना और वो भी शिक्षा के मंदिर को, हमारे समाज में रहने वाले लोगों की घृणित मानसिकता प्रदर्शित करता है। बहुत ही खेद होता है कि इतने दिन हो जाने के बाद भी इस संदर्भ में विद्यालय एवं विभागीय कार्रवाई सुस्त है । अब अल्फाज इस बात पर आकर स्थिर हो गयी है कि असामाजिक तत्वों के बढते हौसले का जिम्मेदार कौन है? हमारा समाज या विद्यालय का प्रबंधन !
18/05/2017, गुरुवार





