[न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा] :-
एक ओर जहां सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कई सख्त कदम इख्तियार कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्रामीण तबके के सरकारी विद्यालय आज भी उदासीनता के जख्मों से नहीं उभर पाया। शिक्षा ग्रहण करने आये बच्चे खुद ही विद्यालय के बदहाली की दास्तान सुनाते हैं।
गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत उ. म. विद्यालय कुंधुर का हाल भी कुछ इसी तरह है। इसी बदहाली से त्रस्त होकर गुरुवार को इन नौनिहालों का आक्रोश फ़ूट पड़ा। विद्यालय में व्याप्त कुव्यवस्था के ख़िलाफ़ विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर हंगामेबाजी करते हुए विद्यालय में ताला जड़ दिया। बच्चों का आरोप था कि विद्यालय प्रबंधन मनमाने तरीके से विद्यालय का संचालन करते हैं। न तो पेयजल की समुचित व्यवस्था है और न ही पर्याप्त शिक्षक हैं । विद्यालय में एमडीएम भी बेहाल है। बच्चों ने एमडीएम के गुणवत्ता पर भी असंतोष जाहिर किया।
उक्त विद्यालय के बच्चों ने अपने नाम की गोपनीयता रखते हुए शिक्षकों की कमी से पठन-पाठन प्रभावित होने की बात बताई।
वहीं मौके पर गिद्धौर बीआरपी कर्मी पहुंचकर विभागीय जांच का हवाला देते हुए हंगामे को उग्र होने से बचाया और विद्यालय का ताला खुलवाने में अपनी भूमिका निभाई।




