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चकाई : सरकार के उदासीन रवैये के विरोध में बीड़ी मजदूर यूनियन ने किया बैठक

चकाई (श्याम सिंह तोमर) :-
चकाई प्रखंड के कियाजोरी पंचायत के घाघरा जलाशय मैदानं मे बीड़ी मजदूरों के प्रति सरकार की उदासीन रवैया को लेकर रविवार को हुई जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला बीडी मजदूरों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता भाकपा माले के प्रखंड सचिव मनोज कुमार पाण्डेय ने किया।


 बैठक में बिहार राज्य जनवादी बीडी मजदूर यूनियन के  प्रदेश अध्यक्ष कामरेड बासुदेव राय और बिहार राज्य जनवादी बीडी मजदूर यूनियन के महासचिव कामरेड मकसूदन शर्मा ने महिला बीडी मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि सुशाशन राज में आज तक बीडी मजदूरों का  श्रमिक परिचय पत्र नहीं बना है. महिला बीडी मजदूरों को आज तक पीएफ में नाम दर्ज नहीं किया गया है। जिसके कारण बीडी मजदूरों को श्रम संसाधन कल्याण कारी योजनाओं से वंचित  हैं . जमुई जिला में चार लाख बीडी मजदूर हैं जिसमें एक लाख बीडी मजदूरों का ही परिचय पत्र बनाया गया है । परिचय पत्र के अभाव में इन्हे चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती है। इनके  बच्चो को छात्रवृत्ति की योजना से वंचित किया जाता है। आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाती है.पीएफ से वंचित होने के कारण पेंशन आदि की सुविधा नहीं मिल पाती है। बिहार सरकार  साल में दो बार न्यूनतम मजदूरी बढोतरी के लिए साल में अधिसूचना जारी करती है परंतु आज तक न्यूनतम मजदूरी कभी भी दिलायी नहीं जा सकी। एक हजार बीडी बनाने पर केवल 80रुपया मजदूरी मिलती है जो इस महंगाई के दौर में नाकाफी है। जमुई जिला में दौ सौ से अधिक बीडी कंपनियाँ है जिसका निबंधन नहीं है सरकारका राजस्व का चौरी हो रही है.जिला का श्रम अधीक्षक कार्यालय लापरवाह है। जमुई जिलाधिकारी के अध्यक्षता में बीडी मजदूरों के मजदूरी बढोतरी के लिए त्रिपक्षीय वार्ता हुई जिसमें एक हजार बीडी बनाने पर मिल रहे 80 रुपया के जगह 80रुपया से बढाकर तत्काल 112 रुपया पर स्वीकृति पत्र जारी किया गया परंतु बीडी कंपनियाँ आज तक इसको लागू नहीं किया है और न श्रम अधीक्षक कार्यालय एवं जिलाधिकारी ने ही आज तक इस मामले पर संज्ञान लिया है। मोदी 2 की सरकार 44 श्रम कानूनों को हटाकर 4श्रमकोड ले आई है जिससे मजदूरों का स्थिति और बद से बदतर हो गया है. मजदूरी मांगने पर धमकी मिलती है ऐसी हालत को देखते हुए तीखा आक्रोश वयक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कारपोरेट परसत निति के खिलाफ जिला में बीडी मजदूरों के द्वारा आन्दोलन का क्रम जारी रहेगा. एवं बिहार राज्य जनवादी बीडी मजदूर यूनियन की सदस्यता तेज की जायेगी। सभा में फूचन टूडू, रुपन साह, शाहिद अंसारी, रीता देवी, बबनी देवी, सरिता देवी, गुडिया देवी, रुबी देवी आदि लोग उपस्थित थे।