जमुई/बिहार। पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने बुधवार को जमुई में आयोजित एक जनसभा में बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने की औपचारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ‘हिंद सेना’ आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर मैदान में उतरेगी। जमुई की धरती से लांडे ने बदलाव की हुंकार भरते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब राज्य को नई सोच, नया नेतृत्व और युवा ऊर्जा की जरूरत है।
जनसभा को संबोधित करते हुए लांडे ने बिहार में युवाओं की स्थिति को चिंताजनक बताया। उन्होंने आंकड़ों के माध्यम से कहा कि बिहार में 60 लाख से अधिक डिग्रीधारी युवा हैं, लेकिन रोजगार केवल 5 लाख को मिला है। एक करोड़ से अधिक युवा बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने इसे बिहार की सबसे बड़ी समस्या बताया और इसे दूर करने का संकल्प व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान लांडे ने बताया कि उन्होंने आईपीएस की सेवा इसलिए छोड़ी क्योंकि वे बदलाव लाने के लिए मैदान में उतरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ने मुझे बहुत कुछ दिया है, पहचान, सम्मान और सेवा का अवसर। अब वो कर्ज उतारने का वक्त आ गया है।
अपने संबोधन में लांडे ने 1974 के जेपी आंदोलन का हवाला देते हुए कहा कि उसके बाद से आज तक बिहार की राजनीति कुछ गिने-चुने नेताओं के इर्द-गिर्द सिमट कर रह गई है। अब जरूरत है नए चेहरों की, जो जनता की आवाज बन सकें और बदलाव की बुनियाद रख सकें। लांडे ने कहा कि वे जहां-जहां आईपीएस के रूप में कार्यरत रहे, वहां के लोगों से उन्हें आज भी भरपूर समर्थन और स्नेह मिल रहा है। यही समर्थन उनकी राजनीतिक यात्रा की सबसे बड़ी पूंजी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘हिंद सेना’ युवाओं को राजनीति से जोड़ने की दिशा में काम करेगी। उनका उद्देश्य युवाओं की भागीदारी से साफ-सुथरी और जिम्मेदार राजनीति को बढ़ावा देना है। जमुई की यह सभा महज एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार में उभरते एक नए नेतृत्व की पहली दस्तक मानी जा रही है।