जमुई। बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर पर्यावरण भारती संस्था द्वारा एक विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व पर्यावरण प्रहरी एवं शिक्षक भास्कर वर्णवाल ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यावरण भारती के संस्थापक, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक एवं अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली के सदस्य श्री राम बिलास शाण्डिल्य ने पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि वृक्ष धरती का श्रृंगार है और प्राण के आधार हैं। पर्यावरण बचाने के लिए हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने होंगे।
उन्होंने बुद्ध पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिन भगवान गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिनका जन्म 563 ईसा पूर्व हुआ था। वे भगवान विष्णु के नवम अवतार माने जाते हैं। इस दिन को भारतीय संस्कृति में अत्यंत पवित्र माना गया है—स्नान, पूजा, व्रत और दान का विशेष महत्व है। पीपल वृक्ष के नीचे ध्यान करना इस दिन विशेष पुण्यदायी माना जाता है। यह दिन आत्मनिरीक्षण, अहिंसा, सत्य के मार्ग पर चलने, समाज में शांति और सद्भाव फैलाने का संदेश भी देता है।
पौधारोपण कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से शिक्षक भास्कर वर्णवाल, प्रो. बलवंत सिंह, अधिवक्ता ओम प्रकाश सिंह, मुरारी प्रसाद वर्णवाल, आशीष कुमार, अरुणेश सिंह, लक्ष्मी नारायण साह, राम बिलास शाण्डिल्य, राज कुमार, सत्यम, शिवम, प्रिंस, अभिमन्यु, गौरव, मिथुन, आयुष, नीतिश आदि शामिल रहे। इस कार्यक्रम के माध्यम से पर्यावरण भारती ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया और आमजन को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया।