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शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025

अखंड लोक आस्था का केंद्र है रतनपुर की मां दुर्गा मंदिर, पूरी होती है मनोकामनाएं

रतनपुर/गिद्धौर (Ratanpur/Gidhaur), 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार : गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के रतनपुर में अवस्थित दुर्गा मंदिर एक ऐसा स्थल है जो इस इलाके के लोगों के लिए बीते कई वर्षों से लोक आस्था का केंद्र रहा है। नवरात्र पर्व पर यहां मंदिर परिसर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन को लेकर क्षेत्र भर के श्रद्धालुओं का यहां जमावड़ा लगता है।

रतनपुर के दुर्गा मंदिर में लगभग 100 वर्षों से अधिक समय से चैत नवरात्र पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर ग्रामीण स्तर पर गठित पूजा समिति द्वारा यहां देवी मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की आराधना की जाती रही है। यह मंदिर इलाके भर के श्रद्धालु भक्तों के लिए अखंड लोक आस्था एवं विश्वास का केंद्र रहा है।
यहां मां के दरबार में स्थापित प्रतिमा का दर्शन पूजन कर जो भी भक्त सच्चे मन से मां के शरण में अपनी मनोकामना लेकर झोली फैलाए यहां आता है, मां उनकी हर मुराद पूरी करती है। यह मंदिर एक ऐसा स्थल है जहां लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ आते हैं और मां दुर्गा की कृपा से अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

नवरात्र पर्व के दौरान, यहां मंदिर परिसर में भव्य क्षेत्रीय मेले का आयोजन होता है, जिसमें खिलौना, चाट, मिठाई आदि की दुकानें लगती हैं। इस दौरान, स्थानीय ग्रामीणों द्वारा मां दुर्गा की आराधना की जाती है और अष्टमी एवं नवमी के बीच देर रात्रि माता के प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर क्षेत्र के विद्वान पंडितों द्वारा यहां माता की आराधना करवाई जाती है।
विजया दशमी के दिन, स्थानीय ग्रामीणों के देखरेख में गाजे बाजे के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन रतनपुर के गढ़वा नदी में किया जाएगा। यह एक ऐसा अवसर है जब लोग अपनी आस्था और विश्वास के साथ मां दुर्गा की आराधना करते हैं और उनकी कृपा से अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
इस पूरे आयोजन में दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष कन्हैया जी, सचिव डॉ. जागेश्वर रजक, कोषाध्यक्ष गोपाल केसरी एवं रतनपुर गांव के ग्रामीणों द्वारा सामाजिक सौहार्द के साथ यहां दशहरा समाजिक समरसता के साथ संपन्न कराया जाता रहा है। यह एक ऐसा आयोजन है जो लोगों को एकजुट करता है और उन्हें अपनी आस्था और विश्वास के साथ मां दुर्गा की आराधना करने का अवसर प्रदान करता है।

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