एक बार फिर संजीवनी बना प्रबोध जन सेवा संस्थान, अमित उर्फ सिंकू के रक्तदान से बची जान

जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 25 नवंबर 2024, सोमवार : प्रबोध जनसेवा संस्थान का मानव रक्षक रक्तदाता समूह एक बार फिर द्रोणागिरी पर्वत के समान साबित हुई और संस्थान के सदस्य सूरज सिंह की तत्परता से जीवन बचाने के एक पवित्र प्रयास में अमित कुमार उर्फ सिंकू का रक्तदान संजीवनी बना

बता दें कि बीते दिन जमुई के एक निजी अस्पताल में भर्ती जिलांतर्गत सिकंदरा प्रखंड के महादेव सिमरिया की 34 वर्षीय महिला को इलाज के दौरान अचानक रक्त की आवश्यकता पड़ी।

जैसे ही यह सूचना महादेव सिमरिया निवासी और प्रबोध जन सेवा संस्थान (Prabodh Janseva Sansthan) के सदस्य सूरज सिंह ने संस्थान के व्हाट्सएप समूह में साझा की, संस्थान के सक्रिय सदस्य अनुराग सिंह तुरंत परिजनों के संपर्क में आ गए। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना था कि रक्त की कमी किसी की जान के लिए खतरा न बने।

स्थिति को समझते हुए रायपुरा, खैरा निवासी और संस्थान के समर्पित सहयोगी अमित कुमार उर्फ सिंकु कुमार ने शाम 7 बजे रक्त अधिकोष पहुंचकर रक्तदान किया। इस नेक कार्य में उनके साथ अनुराग सिंह और सूरज सिंह भी मौजूद रहे। सिंकु कुमार के इस नि:स्वार्थ प्रयास ने पीड़िता को नई जिंदगी दी।
अनुराग सिंह ने कहा, "सिंकु कुमार ने समय पर रक्तदान कर अद्भुत सेवा की है। यह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है।" सूरज सिंह ने इसे सकारात्मक संदेश बताया और कहा कि सही समय पर मदद का महत्व अमूल्य होता है।

अमित कुमार उर्फ सिंकु कुमार की सेवा भावना यह दिखाती है कि एक छोटा-सा प्रयास भी जीवन बचा सकता है। हम सभी को रक्तदान के महत्व को समझना चाहिए और इसे एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में अपनाना चाहिए।

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