जमुई/बिहार। पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश सह जमुई व्यवहार न्यायालय के निरीक्षि न्यायाधीश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार शरण ने शुक्रवार को स्थानीय व्यवहार न्यायालय के कार्यों का गहनता से अवलोकन किया।
उन्होंने न्यायिक पदाधिकारी के क्रिया-कलापों को देखा और कई वांछित निर्देश दिए। निरीक्षि न्यायाधीश जमुई जेल भी गए और वहां की स्थिति से रूबरू हुए। जेल परिसर के खाली भूखंड पर सब्जी , फूल- पत्ती आदि उगाने का निर्देश दिया। स्वच्छता को भी तब्ज्जो दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने मेडिसिन विभाग का भी अवलोकन किया और यहां जरूरी दवा के भंडारण को बढ़ाने की बात कही।
जिला विधिज्ञ संघ के बुलावे पर निरीक्षि न्यायाधीश संघ भवन पहुंचे। उनके साथ जिला जज धर्मेंद्र कुमार सिंह भी मौजूद थे। यहां अध्यक्ष शर्मा चंद्रेश्वर उपाध्याय , महासचिव अमित कुमार , पूर्व अध्यक्ष निरंजन कुमार सिंह , अश्विनी कुमार यादव , वरीय अधिवक्ता धीरेंद्र कुमार सिंह , बृजनंदन सिंह आदि ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और चुनिंदा समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। जिला विधिज्ञ संघ ने एक स्वर से जुवनायिल कोर्ट को नीमारंग से जमुई व्यवहार न्यायालय परिसर में शिफ्ट किए जाने के साथ मुख्य मार्ग पार करने के लिए खास पथ चलन का इंतजाम किए जाने की मांग की। इसके अलावे कई खास बिंदुओं को भी उनके समक्ष उपस्थापित किया गया। निरीक्षि न्यायाधीश ने समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक विचार किए जाने का आश्वासन दिया।
उधर निरीक्षि न्यायाधीश के निर्धारित कार्यक्रम के मद्देनजर संचिकाओं का विशेष तौर पर संधारण किया गया था ताकि किसी भी प्रश्न का यथोचित उत्तर दिया जा सके।
इधर निरीक्षी न्यायाधीश के कार्यक्रम को लेकर व्यवहार न्यायालय परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन भी उनके भ्रमण को लेकर सजग और सचेत है। निरीक्षि न्यायाधीश 03 फरवरी को भी कोर्ट के कार्य से रूबरू होंगे।
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