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बिहार : बीजेपी में शामिल हुए जदयू के पूर्व प्रवक्ता व महासचिव प्रगति मेहता

गिद्धौर/पटना/बिहार (Gidhaur/Patna/Bihar), 29 दिसंबर 2023, शुक्रवार : बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व महासचिव व प्रदेश प्रवक्ता प्रगति मेहता ने सैकड़ों समर्थकों के साथ शुक्रवार को पटना स्थित भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश कार्यालय में पार्टी का दामन थाम लिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने प्रगति मेहता को पार्टी की सदस्यता दिलाई। धानुक जाति की गणना दोबारा कराने की मांग को लेकर लगातार बयान दे रहे प्रगति मेहता को जदयू ने एक सप्ताह पहले ही 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया था। प्रगति मेहता मूल रूप से जमुई जिलांतर्गत गिद्धौर के रहने वाले हैं। 

प्रगति का तंज, बोले - जिनका खाता ना बही, जो ललन सिंह कहे वही सही
वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद प्रगति मेहता ने कहा मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं पुराने घर में लौटा हूं। मैं पहले जहां था, आज उसकी क्या स्थिति है, इसे सभी लोग समझ रहे हैं। आज ललन सिंह ने जदयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। जिनका खाता ना बही, जो ललन सिंह कहे वही सही। ऐसी ही स्थिति वहां थी। आज पार्टी खत्म होने के कगार पर है। मैं बहुत खुश हूं कि भाजपा ने मुझे सम्मान दिया है।

2024 लोस चुनाव में बिहार की 40 सीटें जीतकर नरेंद्र मोदी को फिर से बनाएंगे पीएम : प्रगति
प्रगति मेहता ने कहा मैंने धानुक समाज के लिए आवाज उठाया तो पार्टी ने मुझे 6 साल के लिए हटा दिया। अति पिछड़ा समाज 18 साल से नीतीश कुमार की सरकार चला रहे हैं। जातीय गणना में संख्या कम दिखाई गई तो आवाज उठाई। मुझे पार्टी विरोधी बताकर निकाल दिया गया, लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में 40 की 40 सीट जीतकर नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाएंगे।

धानुक जाति की गणना दोबारा करने की चला रहे थे मुहिम
ज्ञातव्य हो कि जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद प्रगति मेहता सरकार पर आरोप लगा रहे थे कि गणना में धानुक पार्टी की आबादी को कम करके दिखाया गया है। वे धानुक की गिनती दोबारा कराने की मांग को लेकर मुहिम चला रहे हैं। इस क्रम में वे मुंगेर, बाढ़, मोकामा इलाके के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में जन संपर्क अभियान भी चला रहे थे।
धानुक जाति की गणना दोबारा करने पर CM को लिखी थी चिट्ठी
जातीय गणना की रिपोर्ट जारी होने पर प्रगति मेहता ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने संबंधित विभाग से धानुक जाति की संख्या का आकलन दोबारा से करके एक नई रिपोर्ट जारी करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि जातीय गणना की रिपोर्ट में धानुक जाति की आबादी मात्र 2.13 प्रतिशत दिखाई गई है जो किसी भी लिहाज से सही नहीं है।

मुंगेर लोकसभा से लड़ चुके हैं चुनाव, 2017 में जेडीयू में हुए थे शामिल
जदयू में शामिल होने से पहले प्रगति मेहता राजद में रह चुके हैं। 2014 में ये राजद के टिकट पर मुंगेर लोकसभा से चुनाव लड़े थे। तब ये वहां से चुनाव हार गए थे। राजद में ये मीडिया प्रभारी के पद पर थे। 2017 में राजद से इस्तीफा देकर जदयू में शामिल हुए थे। इन्हें पार्टी में प्रदेश महासचिव बनाया गया था।

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