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जमुई : अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर जन शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम आयोजित



जमुई/बिहार। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर जन शिक्षण संस्थान जमुई द्वारा आज मजदूर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान जमुई से जुड़े करीब 60 लाभार्थियों, बाल श्रम से छुड़ाए गए  कुछ बच्चों के अभिभावक, जन शिक्षण संस्थान जमुई,  प्रयास एवं इंटक,बिहार (INTUC) के कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO), राष्ट्रीय स्तर की समाजसेवी संस्था प्रयास (PRAYAS JAC)  इंटक बिहार (INTUC) के सहयोग से किया गया।


इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अंशुमान ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि किसी राष्ट्र के निर्माण में मजदूरों का बहुत बड़ा योगदान होता है ।इन्हीं मजदूरों की बदौलत ही अस्पताल, सडक,  स्कूल और कॉलेज,  नहर,  बड़े व्यावसायिक संस्थान का निर्माण संभव है ।


अपने वक्तव्य में उन्होंने बताया की 1886 में पहली बार अमेरिका में जब मजदूर बहुत उपेक्षित थे, उन्हें उनके काम के लिए सही श्रम नहीं मिलता था, उनके कार्य करने की कोई समय सीमा निश्चित नहीं थी तो इन्हीं वजह से उन लोगों ने एक आंदोलन शुरू किया। 1890 ईस्वी में पहली बार 1 मई को मजदूर दिवस मनाया गया । आज 80 देश इस दिन मजदूर दिवस मनाते हैं । भारत में भी 1923 ईस्वी से 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है। 


मजदूरों के सम्मान में और हमारे समाज में उनके योगदान को समझते हुए, मजदूरों  को उनका हक मिलना चाहिए । उनको सही पारिश्रमिक के साथ-साथ अन्य सामाजिक सुविधाएं मिलनी चाहिए । 1 मई हमें यह याद दिलाता है कि हम सबको इन मजदूरों के लिए आवाज उठानी चाहिए। यह मौका है जब हम खुद जागरूक होकर अपने आसपास के व्यक्ति जो मजदूरी करते हैं, उन्हें उनके हक के लिए जागरूक करें ।यह मौका होता है जब हमें बाल श्रम से जुड़े बच्चों को भी श्रम से हटाकर उन्हें शिक्षा की ओर जागरूक करें। 


भारत सरकार और राज्य सरकारों के द्वारा मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी निर्धारित की गई है और हमें कोशिश करनी चाहिए कि इन मजदूरों को कम से कम न्यूनतम मजदूरी जरूर मिले। भारत सरकार और राज्य सरकार की कई ऐसी योजनाएं हैं जो मजदूरों को लाभान्वित करने के लिए बनाई गई हैं। कंस्ट्रक्शन से जुड़े मजदूरों के लिए भी अलग से योजनाएं हैं। INTUC से रौशन ने मजदूरों के लिए ई-श्रम कार्ड और बी.ओ.सी.डब्ल्यू. (BOCW) के तहत नामांकन करने के लिए प्रेरित किया ।


उन्होंने बताया की सभी मजदूरों को कामगार सूचना सहायता केंद्र (WISC)  में नामांकन कराना चाहिए और हर संभव प्रयास किया जाएगा कि इन मजदूरों को राज्य और केंद्र सरकार की सारी योजनाओं के साथ जोड़ा जाए । इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के प्रोग्राम ऑफिसर अमित कुमार एवं प्रयास की तरफ से विकास रंजन ने भी लाभार्थियों को संबोधित किया।

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