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राहुल गांधी की एमपी सदस्यता रद्द नहीं हुई, बल्कि प्रजातंत्र की पराजय हुई : ई. आई. पी. गुप्ता



जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 8 अप्रैल : अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह समस्तीपुर जिला कांग्रेस कमिटी के प्रभारी ई. आई.पी. गुप्ता ने जिला मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता खत्म नही डेमोक्रेसी डिस्क्वालिफाई हुआ है।


कांग्रेस नेता ई. आई पी गुप्ता ने कहा कि पिछले 09 सालों से साहब की सरकार और उनके पूरे मंत्री , आरएसएस साथ ही कुछ चुनिंदा मीडिया सिर्फ एक ही इंसान के पीछे पड़े हुए हैं जिसका नाम राहुल गांधी है। क्या खातें हैं , क्या पहनते हैं , क्या बोलते हैं , कहां जाते हैं इसे देखने के अलावा साहब की सरकार को कोई काम नहीं है । राहुल गांधी जी साहब की सरकार और उसके पूरे तंत्र के सामने अकेले सीना ताने खड़ा हैं। उनके विदेश दौरे के बयान को लेकर साहब सरकार के चार - चार मंत्री झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं , जिसका एक सांसद के रूप में राहुल जी का जबाब देना संवैधानिक अधिकार था। इसकी अनुमति लोकसभा स्पीकर ने नहीं दी । भाजपा सरकार कितनी डरी हुई थी कि उनकी सदस्यता को आनन - फानन में एक साजिश के तहत निरस्त करा दिया। मामला 2019 लोकसभा के कर्नाटक के कोलार में मोदी सरनेम पर दिए गए भाषण पर था। वे 13 अप्रैल 2019 को भाषण देते हैं और 16 अप्रैल को बीजेपी एमएलए पुरनेश मोदी  कंप्लेन फ़ाइल करते   हैं। इसके चार साल बाद 07 मार्च 2022 को वे पुनः खुद हाईकोर्ट जाते हैं और सूरत में चल रहे सुनवाई पर रोक लगाने की अपील इसलिए करते हैं कि कोर्ट का जज बेहद ईमानदार था। 


उन्होंने आगे कहा कि 07 फरवरी 2023 को राहुल गांधी लोकसभा में अडानी और मोदी के रिश्ते पर सवाल उठाते हैं और पूछते हैं कि अडानी के सेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये किसके पड़े हैं। इसमें एक चीनी नागरिक भी शामिल है। इसका जबाब वे पीएम मोदी से चाहते थे किंतु इसके ठीक 07 दिन बाद पुरनेश मोदी गुजरात हाईकोर्ट जाते हैं और कहते हैं कि मैं सूरत कोर्ट में चल रहे मानहानि केश के स्टे याचिका को वापस लेता हूँ । 27 फरवरी को सूरत के कोर्ट में सुनवाई पुनः शुरू होती है और महज एक महीन बाद 23 अप्रैल को कोर्ट राहुल गांधी को 02 साल की सजा दे देता है । 24 मार्च को 12 घंटे के अंदर लोकसभा स्पीकर उनकी सदस्यता रद्द कर देती है । और फिर आनन - फानन में मोदी सरकार ने राहुल गांधी के आवास को खाली करने के लिए एक पत्र भी जारी कर देती है जिसे राहुल जी धन्यवाद प्रेषण के साथ स्वीकार कर लेते हैं । 


ई. आई पी गुप्ता ने कहा कि राहुल जी की सदस्यता सिर्फ इसीलिए निरस्त कराई गई ताकि उनको संसद में बोलने से रोका जा सके। आडवाणी , मुरली मनोहर जोशी  जैसे अनेक उदाहरण हैं जिनकी सदस्यता जाने के बाद भी उनके सरकारी आवास को खाली नहीं कराया गया। फिर राहुल गांधी जी के आवास को खाली कराने की इतनी जल्दवाजी क्यों ? उन्होंने इसे राहुल जी पर हमला की संज्ञा देते हुए कहा कि यह समस्त लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला है।


 ई. गुप्ता ने मोदी सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों की तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा कि राहुल गांधी को निशाना बनाना देश हित में नहीं है।


  प्रखंड अध्यक्ष श्री दीपक उर्फ कर्पूरी  ठाकुर ,  लुकमान अंसारी ,  प्रकाश तांती , शंभू शरण , सुनील सिंह , पूना रविदास , जवाहार मांझी , लुकमान खान सहित अन्य लोग उपस्थित थे। 


    उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी प्रकरण को लेकर लक्ष्मीपुर , गिद्धौर , सोनो , जमुई , झाझा और चकाई में भी संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। सभी जनों ने इसे तानाशाही आदेश की संज्ञा दी।

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