* रिपोर्ट : चन्द्रशेखर सिंह
एक ओर जहां पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए राज्य सरकार तथा केन्द्र सरकार वृक्षारोपण कार्यक्रम चला रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य मे मनरेगा के तहत हर पंचायत में वृक्षारोपण अभियान चलाकर वृक्षारोपण करवा रही है। वहीं अलीगंज-सिकंदरा मुख्यमार्ग पर अलीगंज इंडेन गैस एजेंसी ऑफिस के पश्चिम सड़क के किनारे एक आरा मिल संचालक व भूस्वामी के साथ-साथ फोरेस्ट विभाग के स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से शीशम के हरे वृक्षों की कटाई की जा रही है।
सूत्र बताते हैं कि स्थानीय आरा मिल संचालक से साठगांठ कर मुख्य मार्ग किनारे सूखे एव हरे वृक्षो की कटाई की जा रही है। जिसका ताजा उदाहरण सोमवार को देख ग्रामीणो द्वारा फोरेस्ट विभाग के स्थानीय अधिकारियों से लेकर डीएफओ तक को शिकायत किया गया है।
अब देखना यह है कि जहां राज्य सरकार व केन्द्र सरकार पर्यावरण के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिन्तित हैं और वृक्षारोपण अभियान चलाकर मौसम व पर्यावरण को संतुलित करने के लिए दिन रात प्रयास कर रही है, वहीं कुछ लकड़ी माफिया वन विभाग से मिलकर हर भरे वृक्षो की कटाई कर अवैध कारोबार कर रहे हैं। मौसम व पर्यावरण की बेरूखी के कारण राज्य मे सूखे की स्थिति सामने आ रही है। साथ ही साथ पर्याप्त बारिश नहीं होने से जलस्तर भी काफी नीचे होते जा रहा है। जिससे आमजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्र बताते हैं कि स्थानीय प्रशासन व वन विभाग के अधिकारियों की मेल में आकर आरा मिल के संचालक द्वारा सड़क किनारे सूखे पेड़ों के साथ-साथ हरे-भरे वृक्षों की कटाई अलीगंज प्रखंड क्षेत्र में अबाध गति से किया जा रहा है। जबकि सरकार ने अवैध आरा मिलों के संचालन पर सख्त रोक लगा रखी है। लेकिन फिर भी अलीगंज एव सिकंदरा प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों अवैध आरा मिल का संचालन किया जा रहा है।
इस संदर्भ में वन अधिकारी पीयूष कुमार बर्णवाल ने बताया कि शिकायत मिली है। इसकी जांच कर के संलिप्त लकड़ी माफिया पर कारवाई किया जाएगा।
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