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सोमवार, 20 मार्च 2023

पर्यावरण के सच्चे मित्र होते हैं पक्षियां, स्वच्छ वातावरण बनाने में होते हैं सहायक

लक्ष्मीपुर/जमुई (Laxmipur/Jamui), 20 मार्च : पर्यावरण संरक्षण के लिए चीं-चीं करने वाली चिड़िया जरूरी है। मगर, पक्षी वर्ग पर तमाम वजहों से संकट आन पड़ा है। मानवीय हस्तक्षेप इसकी बड़ी वजहों में शामिल है। ऐसे में जरूरी है पक्षी संरक्षण के लिए लोग आगे आएं। उक्त बातें साईकिल यात्रा एक विचार, जमुई के सदस्यों द्वारा अपने 376 वें यात्रा के क्रम में एवं विश्व गौरया दिवस के पूर्व दिवस पर कही गई। 
पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण के प्रति किया गया जागरूक 
इस अवसर पर ठाकुर डुगडुग सिंह के नेतृत्व में साईकिल यात्रा एक विचार द्वारा जमुई के श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम से यात्रा निकाली गई जो खैरमा, कटौना, रतनपुर, गुगलडीह होते हुए लक्ष्मीपुर के हथियावर ग्राम पहुँच मनोज यादव के निजी जमीन पर एक दर्जन पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया। 

आधुनिक सुविधा आ जाने से सबसे अधिक प्रभावित हो रहीं पक्षियां 
वहीं साईकिल यात्रा एक विचार के सदस्य राहुल सिंह ने बताया कि पक्षी प्रकृति से गहराई से जुड़े होते हैं। ये जंगलों में, झाड़ियों में तथा वृक्षों पर घोंसला बनाकर रहते हैं। जहाँ थोड़ी सी हरियाली देखी, वहीं बसेरा बना लिया। इनके रहने से प्रकृति और भी बेहतर बनता है पर कई आधुनिक सुविधा आ जाने से सबसे अधिक पक्षियां ही प्रभावित हो रही है, यह पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहतर नहीं हो सकती है। 
पर्यावरण की सफाई के बहुत बड़े प्राकृतिक साधन हैं पक्षी 
साईकिल यात्रा एक विचार के सदस्य संतोष कुमार सुमन ने बताया कि आकाश में उडते हुए ये पक्षी पर्यावरण की सफाई के बहुत बड़े प्राकृतिक साधन हैं। गिद्ध, चीलें, कौए और इनके अतिरिक्त कई अन्य पशु-पक्षी भी हमारे लिए प्रकृति की ऐसी देन हैं जो उनके समस्त कीटों, जीवों तथा प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुओं का सफाया करते रहते हैं, जो धरती पर मानव जीवन के लिए खतरा उत्पन्न कर सकते हैं। इसके संरक्षण के लिए हम मानवों को भी प्रयास करना चाहिए। 
हर छत पर "पक्षियों का बने रैन बसेरा" नाम से चलाई जाएगी मुहिम 
साईकिल यात्रा एक विचार के सदस्य विवेक कुमार ने बताया कि कल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस के अवसर पक्षियों के संरक्षण हेतू गर्मी के मौसम तक प्रत्येक सफ्ताह हर छत पर "पक्षियों का बने रैन बसेरा" नाम से मुहिम चलाई जाएगी, जिसमे प्रत्येक सदस्य का प्रयास होगा कि अपने आसपास के लोगों को पक्षियों के लिए अपने छत पर दाना-पानी सहित लकड़ी का घोंसला लगाया जायेगा। यह पर्यावरण एवं पक्षियो के संरक्षण  हेतु सार्थक प्रयास हो सकता है। 

इस अवसर पर सदस्य राहुल सिंह, शैलेश भारद्वाज, ठाकुर डुगडुग सिंह, विवेक कुमार, संतोष कुमार सुमन, कुंदन यादव, मनोज कुमार यादव , रविश कुमार, रईस कुमार विवेक कुमार रिया भारती, पीयूष कुमार सहित कई अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

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