◆ इनपुट : तारकेश्वर कुमार निराला
जमुई-खड़गपुर एनएच - 333 स्थित गंगटा जंगल के घाटी मार्ग में जाम लगने से यात्रियों को लगातार परेशानी झेलनी पड़ रही है. बीते एक सप्ताह भर में शनिवार को तीसरी बार जाम लगा, जिससे लगभग आठ किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लग गई. लगभग छह घंटे के जाम में लोगों को गंतव्य स्थान तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. जाम हटाने और आवागवन को चालू कराने में लक्ष्मीपुर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
वहीं रविवार की सुबह से ही फिर भीषण जाम लग गया है. गंगटा जंगल के सड़क पर घंटों से बड़ी संख्या में ट्रक-ट्रेक्टर एवं निजी यात्री वाहन खड़े हैं.
इस रास्ते जमुई से मुंगेर जिला के बॉर्डर पर अवस्थित सवा लाख बाबा के मोड़ पर जाम से लोग परेशान हैं. काफी देर से इस रास्ते पर आवागमन बाधित है.
इसका कारण बताया जा रहा है कि गंगटा जंगल की संकीर्ण घाटी में सिंगल रोड है और बीच रास्ते बड़े वाहनों में खराबी होने के कारण जाम लग जा रहा है. वैसे तो यह संकीर्ण घाटी मार्ग गंगटा थाना क्षेत्र में पड़ता है. लेकिन परेशानी लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र को उठाना पड़ता है.
जाम का मुख्य कारण ओवरलोड लदे बालू के ट्रक और कृषि फार्म लक्ष्मीपुर के समीप बने डायवर्शन के साथ गंगटा जंगल के संकीर्ण घाटी मार्ग बताया जाता है. जो पुलिस प्रशासन के लिए सरदर्द बना है.
बताया जाता है कि बालू का उठाव शुरू होने के बाद से ही जिले से बड़ी मात्रा में बालू लदे ट्रक दूसरे जिले में जाते हैं. क्षमता से अधिक बालू लदे होने के कारण ही ऐसी घटना जंगल में घटित होती है.