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मंगलवार, 7 सितंबर 2021

जमुई में बोले कृषि वैज्ञानिक, देश की पोषण सुरक्षा के लिए विविधतापूर्ण जैविक खेती ज़रूरी



Jamui / जमुई |  शहर स्थित ऑक्सफ़ोर्ड स्कूल के प्रांगण में ग्रीनपीस इंडिया और ऑक्सफ़ोर्ड स्कूल द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित की गई। इसमे कृषि विज्ञान केंद्र, जमुई के वैज्ञानिक एवं मृदा विशेषज्ञ डॉ ब्रजेश ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर भारत के सभी लोगों के लिए पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करना है तो मिट्टी को स्वस्थ रखना बहुत ज़रूरी है। स्वस्थ मिट्टी ही पौष्टिक भोजन पैदा कर सकती है। जैविक खेती केवल मिट्टी के लिए ही नहीं बल्कि पानी, हवा और भोजन को ज़हरीले तत्त्वों से बचाने में सक्षम है।

इसके पहले ग्रीनपीस इंडिया द्वारा निर्मित एक लघु फ़िल्म "वाह टमाटर" की स्क्रीनिंग की गई जिसमें रोचक ढंग से यह दिखाया गया । इसी क्रम में बिहार की ज्ञात कथावाचक स्वाती कश्यप ने बच्चों को "लौट के बुद्धू घर को आए" कहानी भी सुनाई। कहानी के माध्यम से भोजन की विविधता, अच्छे पोषण और स्वास्थ्य के संबंध को बताने की कोशिश की गई। 

बता दें , ग्रीनपीस इंडिया 1 से 7 सितंबर तक चलने वाले पोषण सप्ताह में जैविक खेती, जलवायु संकट और सबकी पोषण सुरक्षा के ज़रूरी पहलुओं और अंतरसंबंधों को रेखांकित करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इसी क्रम में पिछले शनिवार को यह कार्यक्रम जमुई के रामकृष्ण हाई स्कूल में भी आयोजित किया गया था। 



कार्यक्रम का परिचय देते हुए ग्रीनपीस के इश्तेयाक अहमद ने कहा कि "राष्ट्रीय पोषण संस्थान, हैदराबाद ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में बताया है कि पहले के मुक़ाबले हमारे भोजन की पौष्टिकता कम होती जा रही है। कमज़ोर मिट्टी, घटिया बीज और वायु प्रदूषण इसके लिए सबसे ज़्यादा ज़िम्मेदार हैं। इसके अलावा जलवायु संकट के इस दौर में एकरंगी या मोनोकल्चर आधारित खेती ने भोजन की विविधता को सीमित कर दिया है जिसके कारण देश की बड़ी आबादी, ख़ासकर महिलाएं और बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं। 


इस अवसर पर मौजूद जीविका, जमुई के अधिकारी श्री कौटिल्य कुमार ने विविधतापूर्ण भोजन की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम जीविका से जुड़ी महिला किसानों को जैविक किचेन गार्डन तैयार करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जीविका और ग्रीनपीस इंडिया के इस साझे कार्यक्रम से जुड़ी महिलाएं हर मौसम में 20 से अधिक तरह की सब्जियां अपने किचेन गार्डन में उगाती हैं जिससे उनके परिवार के समुचित पोषण की गारंटी हो जाती है।

दो दिनों तक चले इस कार्यक्रम में 6 बच्चों ने भी अपनी बातें रखीं और पोषण और जैविक खेती के अकाट्य संबंध को रेखांकित किया। कार्यक्रम का समापन ऑक्सफ़ोर्ड स्कूल के निदेशक श्री मनोज कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन करके किया। इन दो दिनों के स्कूल कार्यक्रमों में रीच लुक प्ले स्कूल के निदेशक आशीष कुमार,मध्यान योजना से मनीष कुमार (एमडीएम)सोनो,राजेश कुमार एमडीएम (झाझा),आत्मा से वीरेंद्र कुमार साह, जीविका से शेषनाथ जी आदि भी शामिल हुए।


Edited by : Abhishek Kr. Jha


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