रघुवंश बाबू राजनीति में शुचिता के प्रतीक : राजीव कुमार सिंह - gidhaur.com : Gidhaur - गिद्धौर - Gidhaur News - Bihar - Jamui - जमुई - Jamui Samachar - जमुई समाचार

Breaking

Post Top Ad - Contact for Advt

Post Top Ad - SR DENTAL, GIDHAUR

मंगलवार, 7 जुलाई 2020

रघुवंश बाबू राजनीति में शुचिता के प्रतीक : राजीव कुमार सिंह




पटना | अनूप नारायण :
राजद के पूर्व प्रधान महासचिव व जनकल्याण क्षत्रिय युवा मंच के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह वर्तमान समय में राजनीति में आदर्शों और मूल्यों के जीता जागता प्रमाण है। उन्होंने निष्ठा के आगे कभी अपना स्वार्थ नहीं देखा। लंबे संसदीय जीवन के बावजूद उनके खिलाफ एक भी आरोप नहीं लगा। विरोधी भी उनके प्रशंसक हैं। राजद के संस्थापक सदस्यों में रहे रघुवंश प्रसाद सिंह किसी के रहमों करम पर नहीं है। उन्होंने सामाजिक न्याय, दबे-कुचले लोगों की राजनीति की है। आज जबकि दल के अंदर उन्हें मान-सम्मान मिलना चाहिए, ऐसे में दल के एक आम कार्यकर्ता होने के नाते वह भी चाहते हैं कि रघुवंश प्रसाद सिंह राजद में ही रहे। जिन बातों पर वे नाराज है दल के प्रमुख लोग मिल बैठकर उसका निदान करें। कोई भी पार्टी या दल कार्यकर्ताओं से होती है। सिंह को देखने के बाद दल के हर एक कार्यकर्ता को लगता है कि निष्ठा से अगर कोई  समर्पित रहता है समय आने पर उसे भी मौका मिलता है। पर रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ जिस प्रकार दो-दो बार छल हुआ यह उचित नहीं।
धनबल के आगे कभी भी अपने अभिभावकों का अपमान नहीं होना चाहिए। रघुवंश प्रसाद सिंह किसी जाति धर्म के प्रतिनिधि नहीं हैं। वे बिहार में समाजवादी आंदोलन के प्रतीक हैं। दबे कुचले अकलियत पिछड़े लोगों की आवाज में लालू प्रसाद यादव के संघर्ष के दिनों के साथी हैं। वे चाहते तो कब के पद के लोभ में किसी भी दल में जा सकते थे। उनके लिए सभी दलों के दरवाजे खुले हुए हैं। लंबे संघर्ष पूर्ण जीवन के बावजूद कभी भी उनके खिलाफ कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगा है।

Post Top Ad -