जमुई :- धर्म और अध्यात्म का पर्याय रही जमुई की धरती पर कई उदाहरण ऐसे हैं, जहां धार्मिक सरोकार को बढ़ावा देने के लिए महात्मा ने जन्म लिया। संतमत सत्संग समिति जमुई, मांगोबंदर आश्रम के आचार्य श्री वासुदेवानंद जी महाराज बीते दिन लगभग 3:00 बजे शाम को अपना शरीर त्याग कर ध्यान मुद्रा में चले गए।
बता दें, जमुई जिले वासियों को सत्संग से ईश्वरीय ज्ञान देने वाले वाले महाराज वासुदेवानन्द ध्यान मुद्रा में शरीर त्याग कर लीन हो गए।
इनके भक्तों के आलावे सन्त समूहों में इसके लिए शोक व्याप्त है।
बता दें, जमुई जिले वासियों को सत्संग से ईश्वरीय ज्ञान देने वाले वाले महाराज वासुदेवानन्द ध्यान मुद्रा में शरीर त्याग कर लीन हो गए।
इनके भक्तों के आलावे सन्त समूहों में इसके लिए शोक व्याप्त है।