बरहट/जमुई : "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के तहत 215 बटालियन द्वारा प्रादेशिक खानपान कला तथा संस्कृति के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेला का आयोजन मलयपुर स्थित 215 बटालियन सीआरपीएफ कैम्प में बुधवार को किया गया।
मेले का विधिवत शुभारंभ 215 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट मुकेश कुमार एवं उनकी पत्नी कंचन कुमारी ने फीता काटकर किया।

कमांडेंट मुकेश कुमार ने बताया कि "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के माध्यम से भारत की संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए तथा लोगों को जागरूक करने के लिए और स्वच्छ भारत, पानी का संचय, प्लास्टिक से होने वाले हानि पर आधारित नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर आम जनता को जागरूक करना ही हमारी पहली प्राथमिकता है।

मेले में विभिन्न राज्य के खान-पान के स्टॉल और खेलकूद, बुक स्टॉल, भारत के सभी राज्य की मिठाई को सीआरपीएफ 215 बटालियन के जवानों द्वारा दुकानें लगा कर पुलिस लाइन के मैदान में पूरे देश की खानपान को परोसने का काम किया गया।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मिकों और प्रतियोगिता में भाग ले रहे प्रतिभागियों को मूल्यांकन के आधार पर पुरस्कृत किया गया।
मेले का विधिवत शुभारंभ 215 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट मुकेश कुमार एवं उनकी पत्नी कंचन कुमारी ने फीता काटकर किया।

कमांडेंट मुकेश कुमार ने बताया कि "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के माध्यम से भारत की संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए तथा लोगों को जागरूक करने के लिए और स्वच्छ भारत, पानी का संचय, प्लास्टिक से होने वाले हानि पर आधारित नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर आम जनता को जागरूक करना ही हमारी पहली प्राथमिकता है।

मेले में विभिन्न राज्य के खान-पान के स्टॉल और खेलकूद, बुक स्टॉल, भारत के सभी राज्य की मिठाई को सीआरपीएफ 215 बटालियन के जवानों द्वारा दुकानें लगा कर पुलिस लाइन के मैदान में पूरे देश की खानपान को परोसने का काम किया गया।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मिकों और प्रतियोगिता में भाग ले रहे प्रतिभागियों को मूल्यांकन के आधार पर पुरस्कृत किया गया।
महिलाओं और बच्चों ने मेले का उठाया जमकर लुत्फ़
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत 215 बटालियन के द्वारा आयोजित मेले में जहाँ लोग 215 बटालियन के जवानों द्वारा नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनन्द ले रहे थे।
वहीं महिलाओं को मेले में लगी गोलगप्पे और जलेबी का लुत्फ़ उठाते नजर आ रहे थे। महिलाओं ने खेलकुद प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया।

वहीं बच्चों ने भी डांस प्रतियोगिता, जलेबी दौड़ में हिस्सा लिया। मेले के दुकान में चिकन बिरयानी, जमुई के गढ़ी डेम के मछली का बना बंगाली भोजन, बिहार का लिट्टी चोखा, महाराष्ट्र का पावभाजी, पंजाब के मशहूर छोले भटूरे, चाऊमीन, मोमोज, इटली, जलेबी, गुलाबजामुन इत्यादि की दुकानें जहां मेले की शोभा बढ़ा रही थी वहीं महिलाओं ने एयर गन से गुब्बारा पर निशाना लगाने में किसी से कम नजर नहीं आ रहीं थीं।
वहीं महिलाओं को मेले में लगी गोलगप्पे और जलेबी का लुत्फ़ उठाते नजर आ रहे थे। महिलाओं ने खेलकुद प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया।

वहीं बच्चों ने भी डांस प्रतियोगिता, जलेबी दौड़ में हिस्सा लिया। मेले के दुकान में चिकन बिरयानी, जमुई के गढ़ी डेम के मछली का बना बंगाली भोजन, बिहार का लिट्टी चोखा, महाराष्ट्र का पावभाजी, पंजाब के मशहूर छोले भटूरे, चाऊमीन, मोमोज, इटली, जलेबी, गुलाबजामुन इत्यादि की दुकानें जहां मेले की शोभा बढ़ा रही थी वहीं महिलाओं ने एयर गन से गुब्बारा पर निशाना लगाने में किसी से कम नजर नहीं आ रहीं थीं।
आम जनों ने सीआरपीएफ के इस कार्य को सराहा
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत 215 बटालियन के द्वारा आयोजित मेले में आम जनों ने अपनी भागीदारी निभाकर खुशी जाहिर किया। मेले घूमने आए राकेश कुमार, वीर विजय, माधव, प्यारे प्रेम, सर्वजीत कुमार, बमभोला सिंह ने सीआरपीएफ के द्वारा लगाए गए मेले को लेकर कहा कि आमजनों के बीच सीआरपीएफ के द्वारा चला रहे जागरूकता अभियान से लोगों को बहुत मदद मिलेगा। सीआरपीएफ के द्वारा इस तरह के कार्यक्रम करवाना सराहनीय है।