जमुई (न्यूज़ डेस्क) Edited by- Abhishek.:-
शनिवार को सिविल सर्जन जमुई कार्यालय के सभागार में आयोडीन युक्त नमक के सेवन के विषय पर एक अंतर विभागीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें जिला स्तरीय पदाधिकारियों तथा स्वयंसेवी संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में बताया गया कि आयोडीन एक सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो हमारे शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए आवश्यक है। आयोडीन का शरीर में संचय नहीं होता। अतः इसका सेवन नित्य प्रति करना जरूरी है ।आयोडीन की कमी से अनेक दुष्परिणाम होते हैं इससे आयोडीन युक्त नमक का सेवन करने से आसानी से बचा जा सकता है। घेंघा रोग हो जाना, बौनापन, थकावट, बांझपन, शारिरिक विकार इसके दुष्परिणाम हैं। बताया गया कि खाने में एक चुटकी आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करने से स्वाद के साथ सेहत भी तंदुरुस्त रहता है। इस दौरान नमक के संरक्षण व भंडारण पर भी प्रकाश डाला गया।
मौके पर सिविल सर्जन डॉ. श्याम मोहन दास, एसीएमओ डॉ. विजयेन्द्र सत्यार्थी, इम्मीनुजेसन ऑफिसर डॉ. विमल कुमार चौधरी, डीपीएम सुधांशु नारायण लाल, एपिडेमोलॉजिस्ट शमीम अख्तर, डीसीएम पंकज कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी मेराज जिया, दलित विकास बिंदु जमुई से शिवशंकर कुमार, एवं महिला विकास से संजय कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
Input - (अर्जुन अरनव,जमुई)