20 OCT 2019
पटना के एक होटल में इंडियन एकेडमी ऑफ नेफ्रोलॉजी का 14 वां राष्ट्रीय सम्मेलन का आज समापन किया गया. आपको बताये कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन 18 से 20 अक्टूबर तक किया गया था. आई ए एन सी ओ के आयोजक डॉक्टर पंकज हंस ने इस सम्मलेन का आयोजन किया था. जिसमे बिहार के ही नहीं पुरे भारत के डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। और लोगों को किडनी से जुडी अहम जानकारियां दी। ताकि लोगों को किडनी से जुडी रोगों की जानकारी हो।
डॉक्टर पंकज हंस ने बताया कि किडनी की बीमारी महामारी की तरह फैल रही है। समय की मांग है की सरकार गरीब लोगों को मुफ्त डायलिसिस की व्यवस्था करे। दिल्ली एम्स के नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर एस के अग्रवाल ने आज साइंटिफिक सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा की भारत में 100 लोगों में 17 लोगों को किडनी की बिमारी हैं । यानी छह लोगों में से एक आदमी किडनी की बिमारी से पीड़ित हैं । प्रत्येक साल 1.5 लाख किडनी के मरीजों को डायलिसिस में जाना पडता हैं। 35% आई सी यू मरीजों की मौत एकेआई की वजह से होती हैं। इस कारण हमसब को आईसीयू मरीजों के किडनी पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
पटना के जाने माने डॉक्टर डॉक्टर सत्यजीत ने कहा की किडनी के मरीजों को सीइसीटी कराना चाहिए। जिसे स्टोन का सही लोकेशन पता किया जा सके। वही डॉ मनीष राठी ने किडनी रोग से जुड़े रोग के कुछ लक्षण बताते हुए कहा कि अगर मरीज के पेसाब में खून आता है, पैर में सूजन है, शुगर और ब्लड प्रेसर के मरीज है तो आप अपने किडनी की जांच समय समय पर कराते रहे।