राजगीर/पटना : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को राजगीर में कहा कि हमारे लोकतंत्र पर बुद्ध के आदर्शों और प्रतीक का गहरा प्रभाव पड़ा है।
राष्ट्रपति राजगीर की रत्नागिरी पहाड़ी के शिखर पर स्थित विश्व शांति स्तूप के 50वें वार्षिकोत्सव के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा हम समाज को बदलने वाले आध्यात्मिक क्रांतियों की एक पवित्र भूमि पर इकट्ठे हुए हैं।
राष्ट्रपति राजगीर की रत्नागिरी पहाड़ी के शिखर पर स्थित विश्व शांति स्तूप के 50वें वार्षिकोत्सव के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा हम समाज को बदलने वाले आध्यात्मिक क्रांतियों की एक पवित्र भूमि पर इकट्ठे हुए हैं।
उन्होंने बोधगया, राजगीर, पाटलिपुत्र और नालंदा की चर्चा करते हुए कहा कि ये स्थान परिवर्तनों के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा, हमारे लोकतंत्र पर बौद्ध धर्म के आदर्शो और प्रतीकों का गहरा प्रभाव पड़ा है। प्राचीन काल में बुद्ध के संदेश और अनुयायी एशिया के अधिकांश हिस्सों में फैले थे।
इस समारोह में 13 देशों के करीब 300 विदेशी मेहमान भी पहुंचे हैं।
इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद पटना हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई लोगों ने उनका स्वागत किया।