अलीगंज | चंद्रशेखर सिंह [Edited by : Sushant] :
जमुई जिले के कड़क जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के सख्त निर्देश के बावजूद भी आईसीडीएस के तहत सेविका-सहायिका चयन में महिला पर्यवेक्षिका द्वारा मनमानी व अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा लगातार करने का मामला प्रकाश में आ रहा है। जिलाधिकारी ने महिला पर्यवेक्षिका को ग्रामीणों की आपत्ति को ध्यान में रख पारदर्शिता के साथ सेविका-सहायिका चयन करने का निर्देश दे रखा है। लेकिन चयन में अनियमितता व लेन-देन की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा लगातार की जा रही है। जबकि जिले से सेविका चयन में हर प्रखंडो में दंडाधिकारी की भी नियुक्ति की गई है।
जमुई जिले के कड़क जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के सख्त निर्देश के बावजूद भी आईसीडीएस के तहत सेविका-सहायिका चयन में महिला पर्यवेक्षिका द्वारा मनमानी व अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा लगातार करने का मामला प्रकाश में आ रहा है। जिलाधिकारी ने महिला पर्यवेक्षिका को ग्रामीणों की आपत्ति को ध्यान में रख पारदर्शिता के साथ सेविका-सहायिका चयन करने का निर्देश दे रखा है। लेकिन चयन में अनियमितता व लेन-देन की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा लगातार की जा रही है। जबकि जिले से सेविका चयन में हर प्रखंडो में दंडाधिकारी की भी नियुक्ति की गई है।
सोमवार को जिले के अलीगंज प्रखंड के दरखा पंचायत के वार्ड संख्या 12 में सेविका चयन करने हेतु महिला पर्यवेक्षिका दंडाधिकारी की अनुपस्थिति में ही पहुंच गई।ग्रामीण राकेश पासवान, राजेन्द्र पासवान, कमाल अहमद, चंदन कुमार, टीकल पासवान, सोनु पासवान, मंजु देवी ने बताया कि महिला पर्यवेक्षिका आपत्ति को नजरअंदाज कर सेविका चयन जबरन करना चाहती है। पर्यवेक्षिका द्वारा आपत्ति नहीं सुने जाने पर ग्रामीणों ने घंटों हंगामा किया। स्थिति यहां तक हुई कि आपस में नोक-झोक के साथ हाथापाई तक हो गई। पुलिस के पहुंचने के बाद मामला थोड़ा शान्त हुआ।
ग्रामीणों ने बताया कि आम सभा की सूचना भी वार्ड के लोगों व आवेदकों को सुपरवाइजर द्वारा नहीं दिया गया था। उनके द्वारा अपने चहेते लोगों को सिर्फ जानकारी थी। अचानक आमसभा मे ग्रामीणों की उपस्थिति भी मानक से कम थी। बता दें कि बीते 5 सितम्बर को भी सेविका-सहायिका चयन को लेकर आम सभा हुई थी और बहाली में ग्रामीणों के द्वारा सुपरवाइजर के द्वारा मनमानी की शिकायत पर आमसभा रद्द कर दिया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस बुलाकर आम सभा स्थल से सभी ग्रामीणों को बाहर कर दिया गया। इसके बाद सेविका-सहायिका का चयन महिला पर्यवेक्षिका द्वारा अपने मनमाफिक तरीके से किये जाने की चर्चा की जा रही है। इधर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस) कविता कुमारी ने बताया कि नियमावली के विरुद्ध होने पर जांच कर दोषी के खिलाफ कारवाई की जाएगी और बहाली भी रद्द होगी।