उलाइ नदी के तट पर बसा गिद्धौर का दुर्गा पुजा सदैव सुर्खियों में रहा है। हर साल के तरह इस बार भी गिद्धौर में मां दुर्गा का दरबार सजने वाला है।
गिद्धौर स्थित रावणेश्वर संस्कृत महाविद्यालय में ज्योतिष विभाग के स. प्रा. डॉ. विभूति नाथ झा ने शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा के कार्यक्रम की उद्घोषणा की।
इस बार आश्विन शुक्ल प्रतिपदा 29 सितम्बर को, रविवार से दुर्गा पूजा प्रारम्भ हो रही है। इस दिन मंदिर में कलश स्थापन एवं पाठ संकल्प कर पूजा प्रारम्भ कर दी जाएगी। महाष्टमी 06 अक्टूबर(रविवार), महानवमी 07 अक्टूबर (सोमवार) एवं विजयादशमी 08 अक्टूबर (मंगलवार) को है।
इस बार आश्विन शुक्ल प्रतिपदा 29 सितम्बर को, रविवार से दुर्गा पूजा प्रारम्भ हो रही है। इस दिन मंदिर में कलश स्थापन एवं पाठ संकल्प कर पूजा प्रारम्भ कर दी जाएगी। महाष्टमी 06 अक्टूबर(रविवार), महानवमी 07 अक्टूबर (सोमवार) एवं विजयादशमी 08 अक्टूबर (मंगलवार) को है।
इसके अलावा आश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा, 13 अक्टूबर, रविवार को माँ लक्ष्मी की प्रतिमा का पूजन संकल्प होगा और इसके अगले दिन नियम-निष्ठा से मां लक्ष्मी की प्रतिमा गिद्धौर के कम्पनी बाग तालाब में विसर्जित की जायेगी।
गिद्धौर के सुविख्यात शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा को लेकर समिति द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी है।
गिद्धौर के सुविख्यात शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा को लेकर समिति द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी है।
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