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दिग्घी : उच्च विद्यालय में समस्याओं का अंबार, डीईओ ने किया निरीक्षण

लक्ष्मीपुर (प्रवीण कुमार मंडल) Edited by - Abhishek Kumar Jha :-

एक ओर जहां मौजूदा सरकार बेहतर शिक्षा के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत उत. उच्च विद्यालय दिग्घी में ये दावे फिसड्डी सिद्ध हो रहे हैं। इसे विभागीय उदासीनता कहें या अधिकारियों की लापरवाही जिससे विद्यालय में बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। यूं तो इस विद्यालय में समस्याओं का अंबार लगा है, पर विद्यालय में शिक्षकों की कमी होना इस विद्यालय के शैक्षणिक व्यवस्था के लिए नासूर बन हुआ है।



- [विद्यालय का सूरत -ए-हाल ]-

एकत्रित जानकारी अनुसार, उत. उच्च विद्यालय दिग्घी में नामांकित बच्चों की संख्या 826 है, जिसमें औसत उपस्थिति 400 के करीब रहती है। अब इन बच्चों की उपस्थिति के दृष्टिकोण से देखें तो यहां पदस्थास्पित महज 4 शिक्षक पर ही इन नॉनिहालों के भविष्य को उज्ज्वल करने का जिम्मा है। इसे विडंबना ही कहें कि अब तक इस समस्या से विद्यालय को निजात नहीं मिल सकी है। इन 4 में से एक प्रधानाध्यापक कार्यालय कार्य में व्यस्त रहते हैं। दूसरे शिक्षक सकुंल समन्वय है। इसके अलावे मात्र दो शिक्षकों के भरोसे ही नामांकित 826 बच्चे के पठन-पाठन का कार्य चल रहा है। हालांकि प्रधानाध्यापक ने इसके लिए एक-दो प्राइवेट शिक्षक को विद्यालय में रखकर पठन-पाठन दुरूस्त रखने को प्रयासरत हैं।

[स्थानीय लोगों का है कहना] :-

स्थानीय लोगों की माने तो शिक्षक की कमी को लेकर कई बार अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया गया परंतु अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। वहीं विद्यालय में मात्र 4 कमरा होने से बच्चों को बरामदे के फर्श पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर होना पड़ता है।



[डीईओ ने किया निरीक्षण] :-

शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार हिमांशु ने उत. उच्च विद्यालय दिग्घी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीईओ विद्यालय के शैक्षणिक व्यवस्था से अवगत हुए। इसी क्रम में डीईओ ने विद्यालय में व्याप्त विधि व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान डीईओ श्री हिमांशु को विद्यालय में व्याप्त समस्याओं से भी रूबरू कराया गया। विद्यालय में प्रवेश करते ही पूरा प्रबंधन सख्ती में आ गया।



- [डीईओ ने चखा एमडीएम] -

अपने निरीक्षण के दौरान डीईओ विजय कुमार हिमांशु ने स्कूल में बने एमडीएम को भी चखा। उन्होंने बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने विद्यालय प्राचार्य को एमडीएम में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की बात कहते हुए बेहतर विद्यालय संचालन को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।