मनोरंजन | अनूप नारायण :
सुपर हिट भोजपुरी फिल्म ”लेके आजा बैंड बाजा ए पवन राजा” से भोजपुरी फिल्म जगत में अपने अभिनय के कैरियर की शरुआत करने वाली अभिनेत्री ख्याति सिंह की नई भोजपुरी फिल्म ”बलमुआ तोहरे खातिर” वर्ष 2018 की सुपरहिट फिल्मों में शुमार है. नार्थ ईस्ट में 135 फिल्मो का निर्माण कर चुकी क्रिस्प एग्जिम्प प्राइवेट लिमिटेड की दूसरी भोजपुरी फ़िल्म ”बलमुआ तोहरे खातिर” थी. जिसने विपरीत परिस्थितियों में भोजपुरी सिनेमा को जीवनदान दिया बिहार के एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली ख्याति सिंह बिहार के महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में भी काफी सक्रिय है.
सुपर हिट भोजपुरी फिल्म ”लेके आजा बैंड बाजा ए पवन राजा” से भोजपुरी फिल्म जगत में अपने अभिनय के कैरियर की शरुआत करने वाली अभिनेत्री ख्याति सिंह की नई भोजपुरी फिल्म ”बलमुआ तोहरे खातिर” वर्ष 2018 की सुपरहिट फिल्मों में शुमार है. नार्थ ईस्ट में 135 फिल्मो का निर्माण कर चुकी क्रिस्प एग्जिम्प प्राइवेट लिमिटेड की दूसरी भोजपुरी फ़िल्म ”बलमुआ तोहरे खातिर” थी. जिसने विपरीत परिस्थितियों में भोजपुरी सिनेमा को जीवनदान दिया बिहार के एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली ख्याति सिंह बिहार के महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में भी काफी सक्रिय है.
इस बार के चुनाव में उन्होंने राजद प्रत्याशी के लिए जमकर प्रचार भी किया ऐसी चर्चा है कि बिहार के तरैया विधानसभा से इस बार विधानसभा चुनाव लड़ सकती है. उनके पति मतंग सिंह पी. वी.नरसिम्हा राव सरकार में संसदीय कार्य राज्य मंत्री रह चुके है. मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री ख्याति सिंह इन दिनों भोजपुरी सिनेमा में काफी सक्रिय है. जल्दी अपने प्रोडक्शन हाउस के माध्यम से एक साथ आधा दर्जन भोजपुरी फिल्मों का निर्माण भी करने जा रही हैं विभिन्न चैनलों के लिए भी धारावाहिक निर्माण की योजना अंतिम चरण में है.ख्याति सिंह ने बताया कि भोजपुरी भाषा के मिठास को कायम रखना भोजपुरी को अश्लीलता मुक्त करना तथा भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान दिलाने के लिए कृत संकल्पित है.
अभिनेत्री ख्याति सिंह के अनुसार उनकी कंपनी साफ़ सुथरी फिल्मो का निर्माण आगे भी करती रहेगी . चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके पति केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं तथा उनकी पारिवारिक विरासत कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ी हुई है.तरैया उनका गृह क्षेत्र है,तरैया विधानसभा के अंतर्गत ही उनका ससुराल का गांव आकुचक है.उनके परिवार का प्रभाव तरैया विधानसभा ही नहीं सारण प्रमंडल पर भी है।लोगों से मिलना जुलना उनके दुख दर्द का भागी बनना उनकी आदत में शुमार है. इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्होंने महाराजगंज क्षेत्र में जमकर मेहनत की थी. अगर जनता का दबाव रहा और पाटी आदेश करती है तो वे तरैया विधानसभा का चुनाव लड़ने से पीछे नहीं हटेंगी.
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