[न्यूज़ डेस्क | अभिषेक कुमार झा] :-
प्रतिभा की उर्वरक धरती पर सफलता के पौधे लगाने वाले में जमुई के एक और बेटी का नाम शामिल हो गया है। इस बेटी का नाम निशु है, जिसने 7350 फ़ीट की ऊंचाई पर तिरंगा लहराकर जमुई का सर ऊचां किया है।
इंडियन एडवेंचर फॉउंडेशन की ओर से शिमला में आयोजित उक्त पर्वतारोहण कार्यक्रम में शामिल निशु विश्व के विभिन्न देशों के उन पच्चीस पर्वतारोहियों में शामिल थीं, जिनके हौसले बुलंद थे और मनोबल सशक्त। इनके साथ मिलकर निशु ने महज 7 घंटे के समय मे ही ये कठिन चढ़ाई को पूरा किया।
एकत्रित जानकारी अनुसार, शिमला के इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के तत्वावधान में पांचवां ए.एल.टी.सी. कोर्स करवाया गया था। इस पंच दिवसीय टर्म में एन एस पी, स्काउट गाइड तथा एनसीसी के वॉलंटियर की टीम का चयन हुआ। पांच दिनों तक सभी प्रतिभागियों को पहाड़ पर ही रखकर विभिन्न तरीके के ट्रेनिगं दिए गए।
शिमला की धरती पर अपनी प्रतिभा का ध्वज गाड़ने वाली निशु जमुई जिले के बरहट प्रखंड अंतर्गत टेंगेहरा गांव की रहने वाली है। इनके पिता विपिन कुमार सिंह रिटायर्ड हैं जिन्होंने सीआरपीएफ में अपना साहसी योगदान दिया। निशु को प्रारम्भ से ही एडवेंचर में रुचि रही है। सात हजार फीट से भी ऊंचे करोल टिब्बा पर्वत पर तिरंगा लहराने वाली निशु अपने गाँव सहित जिले भर में चर्चा का विषय बनी है। निशु की साहस, हौसले और आत्मबल की प्रसंशा जमुई को गौरवान्वित कर रही है।
वर्तमान में निशु छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही है। शिमला के करोल टिब्बा पहाड़ की ऊंचाई पर जमुई का दमखम दिखाने वाली निशु इस उपलब्धि से वर्तमान पीढ़ी के बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गयी है।