सिमुलतला : ‘टॉपर्स का खजाना' कहलाने वाले विद्यालय पर रहेगी सबों की निगाहें - gidhaur.com : Gidhaur - गिद्धौर - Gidhaur News - Bihar - Jamui - जमुई - Jamui Samachar - जमुई समाचार

Breaking

Post Top Ad - Contact for Advt

Post Top Ad - Sushant Sai Sundaram Durga Puja Evam Lakshmi Puja

शनिवार, 6 अप्रैल 2019

सिमुलतला : ‘टॉपर्स का खजाना' कहलाने वाले विद्यालय पर रहेगी सबों की निगाहें




न्यूज़ डेस्क | gidhaur.com】:-

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति आज दोपहर साढ़े 12 बजे मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी करेगा।
इस वर्ष परीक्षा में कुल 16 लाख 60 हजार 609 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 8 लाख 23 हजार 534 छात्र और 8 लाख 37 हजार छात्राएं है।
परिणाम स्वरूप एक बार फिर से सबों की निगाहें बिहार का‘टॉपर्स का खजाना’ कहे जाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय पर टिकी रहेगी।
सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रुप में बिख्यात जमुई के सिमुलतला में अवस्थित सिमुलतला आवासीय विद्यालय जिसकी स्थापना सन 2010 में हुई थी जहां पूरे प्रदेश भर के मेधावी छात्र और छात्राएं पढ़ते हैं।
लोगों को उम्मीद है कि हर साल की तरह इस साल भी स्कूल का ही छात्र टॉपर की लिस्ट मैं अपना जगह बनाएंगे।  बिहार बोर्ड ने नतीजे जारी करने से पहले टॉपर्स छात्रों को सत्यापन के लिए बुलाया था, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल भी टॉप टेन में कई विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं।
पिछले रिकॉर्ड की बात करें तो 2015 के बिहार मैट्रिक परीक्षा से इस स्कूल के छात्र शामिल होते आ रहे हैं। साल 2017 में इस स्कूल के छात्र सूबे में सेकंड और थर्ड टॉपर रहे थे जबकि 12 लोगो ने टॉप टेन में जगह बनाई थी। 2016 के मैट्रिक परिणाम में इस सिमुलतला आवासीय विद्यालय 42 छात्रों ने टॉप टेन में जगह बनाई थी। वहीं 2015 में मैट्रिक परीक्षा परिणाम में टॉप 31 में 30 छात्र इसी स्कूल से थे।
लगातार बिहार बोर्ड में बेहतर प्रदर्शन करने वाले इस स्कूल से लोगों को इस बार भी बेहतर करने की उम्मीद है  सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ सुनील कुमार का कहना है कि इस बार भी मैट्रिक परीक्षा परिणाम में हमारे स्कूल के स्टूडेंट्स बढ़िया प्रदर्शन करेंगे।
मालूम हो कि इस साल 21 फरवरी से 28 फरवरी तक मैट्रिक की परीक्षा का आयोजन हुआ था इस बार बिहार बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन से लेकर बोर्ड फॉर्म भरने की प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कराई थी। साथ ही परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए कई सख्त कदम भी उठाए गए थे। 

Post Top Ad -