अध्यक्ष नीना मोटानी ने बताया कि हमारी समिति द्वारा अस्पताल के मरीज और उनके परिजनों रिक्शा ठेला चालकों फुटपाथ पर रहने वालों को मात्र 5 रुपये लेकर साईं की रसोई परोसी गयी।
नव अस्तित्व फाउंडेशन के सहयोग से गर्म पौस्टिक और स्वादिष्ट खाना बनवाया गया । साथ ही अस्पताल में जो लोग अपने मरीजो को घर का बना खाना नही खिला पाते वो ये खाना अपने भर्ती मरीजों को खिला पाते हैं और एक बड़ी चिंता से मुक्त होते हैं। साईं की रसोई समाज सेवा की रसोई है ।
कोषाध्यक्ष उषा टिबड़ेवाल ने बताया कि 200 लोगों को साईं की रसोई परोसी गयी। 1 फरवरी को भी हमारी समिति की ओर से ही खाना खिलाया जाएगा।
दया अग्रवाल ने बताया कि साईं की रसोई से जरूरतमंदों को बहुत सहारा है। 5 /₹ भी उनसे इसलिए लिए जाते हैं
ताकि उन्हें यह न लगे कि उन्हें दान या भीख ने खाना मिल रहा है बल्कि वे अपने आत्मसम्मान के साथ खाना खरीद कर खा रहे हैं।
प्रत्येक ब्यक्ति को रोटी एक सब्जी चावल दाल और लड्डू Disp प्लेट में परोस कर दिया गया ।
साईं की रसोई में परोसने में समिति की 15 महिलाएं मुख्य रूप से उपस्थित थी-
दया अग्रवाल रानी शाह निशि अग्रवाल किरण केडिया इंदु रुंगटा पूनम मोर आदि।
कार्यक्रम को सफल करने में नव अस्तित्व फाउंडेशन के बंटीजी रंजना सिंह और पल्लवी सिन्हा मुख्य रूप से उपस्थित थीं।