[धोरैया(बांका) | अरुण कुमार गुप्ता] :-
किसानों के बीच सिंचाई की समस्या को देखते हुए अंग किसान मोर्चा के संस्थापक कौशल सिंह ने अपने द्वितीय बैठक बांका जिला के रजौन प्रखंड मुख्यालय स्थित विवाह भवन में अंग किसान मोर्चा के तत्वाधान में खेत- खेतीहर चिंतन शिविर का आयोजन कौशल सिंह की अध्यक्षता में की गई। बैठक में प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर 2018 को किसान दिवस के उपलक्ष पर एक कार्यक्रम बांका टाउन हॉल में आयोजित की गई थी जिसमें सैकड़ों किसानों को सम्मानित किया गया था। लेकिन वर्तमान स्थिति ऐसी है की किसान अन्नदाता होने के बावजूद वह भिखारी बना हुआ है। सरकारी मुलाजिम के मानदेय में जिस अनुपात में वृद्धि हो रही है,अगर उसी अनुपात में किसानों के उपजाए अन्न में वृद्धि हुई होती, तो आज किसान खुशहाल जीवन व्यापन करता। लेकिन सरकार किसानों को लुभावने वादे के साथ साथ किसानों के दर्द पर सब्सिडी का मरहम लगाने का काम करती है। सरकार अगर किसानों को सिंचाई की व्यवस्था, बीज सहित अन्य संसाधनों की व्यवस्था करते हुए उसके उपजे फसल को सही बाजार दे तो किसानों को दूसरे का मोहताज नही होना होगा।लेकिन सरकार किसान के नब्ज को जानती है कारण किसानों का संगठन ना होना। इसलिए हम सभी यह प्रण करें की जब भी मिले जहां भी मिले।जय किसान कहें और किसानों की मदद के लिए हर वक्त तैयार रहें। वहीं स्थानीय विजय भारती , श्रीकांत रजक सहित सैकड़ो किसानों ने भी संगठन की मजबूती को लेकर अपने अपने विचारों को रखा। किसानों ने कहा कि पैसे के अभाव में किसान आत्महत्या कर रहे है, संगठन क्व अभाव में किसान बीमार हो गया है, सिचाई के अभाव में किसान की सैकड़ों एकड़ की जमीन परती रह जाती है, किसानों में विभाजन कर सरकार एक दूसरे को एकजुट नही होने देते। जबकि अंग किसान मोर्चा के संगठन प्रभारी मनोज मिश्र ने बताया कि कौशल अपनी कुशलता से किसानों को एक जुट करेंगे। वहीं संगठन विस्तार को लेकर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में दो दो प्रभारी नियुक्त किया गया। जिन्हें इस बात की जिम्मेवारी दी गई कि पंचायत स्तर पर एक सप्ताह के अंदर प्रत्येक गावों से किसानों को जोड़ते हुए पंचायत स्तर पर गठन कर संगठन प्रभारी को लिस्ट सौपेंगे। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अंग किसान मोर्चा की तृतीय बैठक आज बाराहाट प्रखंड में आयोजित की जायेगी।
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