जमुई (गुड्डू बरनवाल) [Edited by: सुशान्त] : एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ख़राब सेहत के चलते आगामी 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। अब तक आ रही इस उड़ती खबर पर लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के सांसद बेटे चिराग पासवान ने भी मुहर लगा दी है। चिराग पासवान ने अपने संसदीय क्षेत्र जमुई में रविवार को इस बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वो भी नहीं चाहते कि उनके पिता गिरती सेहत के बावजूद चुनाव लड़ें।
रामविलास पासवान के राजनैतिक भविष्य के बारे में पूछे जाने पर चिराग ने बताया कि उनके पिता अब राज्यसभा के रास्ते संसद पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहतर ही होगा। राज्यसभा के माध्यम से वो जनता की सेवा करते रहेंगे।
*चिराग बोले, जदयू बीजेपी का 50-50 मंजूर लेकिन पहले घटक दलों में सीट का हो बंटवारा*
एनडीए में शामिल नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाईटेड) और भाजपा के बीच सीटों को लेकर सहमती बन गई है। नीतीश कुमार और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की घोषणा हुई कि जदयू-बीजेपी बराबर की सीटों पर बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। साथ ही अन्य घटक दलों को भी सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। फिर भी कितनी सीटें किसको मिलेंगी, इसको लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं।
कयास लगाये जा रहे हैं कि जदयू-बीजेपी 17-17 या 16-16 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे।
2014 लोकसभा चुनाव में सात सीटों पर लड़ने वाली लोजपा इस बार पांच सीटों की मांग कर रही थी। जिस फॉर्मूले पर चर्चा हो रही है, उस हिसाब से पांचवीं सीट के बदले रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजा जाएगा। रामविलास पासवान हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का लंबे अरसे से प्रतिनिधित्व करते आए हैं और यहां से रिकॉर्ड मतों चुनाव जीत चुके हैं।
रामविलास पासवान के लोकसभा चुनाव लड़ने पर अब तक जो किन्तु-परंतु की चर्चाएं हो रही थीं, लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान के बयान के बाद उनपर लगभग विराम लग गया है। ख़राब सेहत के चलते रामविलास भी अब अधिक जनसम्पर्क नहीं कर सकते।
इनपुट : कन्हैया कुमार