जमुई : K.K.M. काॅलेज में टीचर्स डे पर परिसंवाद आयोजित

[न्यूज डेस्क | अभिषेक कुमार झा]

जमुई स्थित के.के.एम काॅलेज प्रांगण में शिक्षक दिवस के मौके पर "राष्ट्र निर्माण में शिक्षा और शिक्षक का योगदान" विषय पर एक परिसंवाद का आयोजन किया गया।  जिसकी अध्यक्षता प्रोफेसर डॉक्टर देवेंद्र कुमार गोयल ने की।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के बतौर बोलते हुए मुंगेर विश्वविद्यालय के वित्तिय सलाहकार प्रोफेसर गौरीशंकर पासवान ने कहा कि शिक्षा मनुष्य की तीसरी आंख है। जो मनुष्य ईश्वर नैनों से देख नहीं सकता उसे ज्ञान रूपी तीसरी आँखे देख सकती है। कहा भी गया है कि "ज्ञानम् तृतीयंम मनुजस्य नेत्रंम समस्त पदार्थ विलोप दक्षम"। उन्होंने कहा शिक्षा और शिक्षक का राष्ट्र निर्माण आर्थिक बिकाऊ से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से योगदान है। प्राचीन काल में भारत विश्व गुरु एवं गुरु शिष्य परंपरा के लिए विश्व मैं प्रसिद्ध था, जहां शिक्षकों को आदर सम्मान मिल सकता था लेकिन आज शिक्षक का सम्मान है ना शिक्षक का।
वह स्तर का पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने जिस शिक्षाकिय पेशों को गरिमामयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया था, वह आज धूमिल हो गई। इसे गरिमा को बनाये रखना शिक्षकों का कर्तव्य है हमें अनुशासन और नेतृत्वकर्ता सदाचार शिष्टाचार का पालन करना होगा।
डॉ. मनोज कुमार एवं डॉ. चंद्रमा सिंह ने कहा कि शिक्षक का स्थान समाज में सर्वोपरि है। शिक्षक की औद्योगिक के लिए शिक्षक के साथ अभिभावक और सरकार दोनों जिम्मेवार हैं। शिक्षक टॉर्च सिर्फ ज्ञान का प्रकाश देना है।

अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान से भी महान है इसी महिमा अपरंपार शिक्षक दीप के समान होते हैं, जो खुद जलकर दूसरों को प्रकाश देते हैं। इस अवसर पर शासन के अध्यक्ष रोहित राज ने कहा कि शिक्षक हमें सिर्फ शिक्षा नहीं देते हैं वह हमें जीवन जीने की शैली भी सिखाते हैं। इस अवसर पर अभाविप के जिला संयोजक शैलेश भारद्वाज, सत्यम कुमार, कुंदन यादव, अभिषेक सिंह के अलावे के.के.एम काॅलेज के शिक्षक व स्थानीय बुद्धिजीवी गण मौजूद थे।


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