धर्म एवं आध्यात्म (अनूप नारायण) : भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का व्रत किया जाता है। खास कर इस दिन माता पार्वती और शिवजी की पूजा की जाती है। इस व्रत से कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है,वहीं विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य मिलता है। ये व्रत 12 सितंबर, बुधवार को है।
राकेश झा के अनुसार, 7 विशेष उपाय किए जाएं तो माता पार्वती आपकी हर मुसीबत दूर कर सकती हैं
जिन लड़कियों की शादी अभी हुई हो उनको सुहाग की सामग्री जैसे-सिंदूर, मेहंदी, चूड़ी, काजल, लाल चुनरी उपहार में दें।
हरितालिका तीज पर किसी कुंवारी ब्राह्मण कन्या को उसके पसंद के कपड़े दिलवाएं और साथ में कुछ उपहार भी दें।
यदि किसी लड़की के विवाह का योग नहीं बन रहा हो तो हरितालिका तीज पर माता पार्वती को साबूत हल्दी की 11 गठान अर्पित करें।
माता पार्वती को लाल रंग की चुनरी, लाल, चूड़ियां, मेहंदी, गुलाब के फूल आदि सुहाग की चीजें चढ़ाएं।
हरितालिका तीज पर माता पार्वती का अभिषेक दूध में केसर मिलाकर करें। इससे भी पति-पत्नी में प्रेम बना रहता है।
इस दिन पति-पत्नी सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद किसी शिव-पार्वती मंदिर में जाएं और लाल फूल अर्पित करें।
हरितालिका तीज पर पत्नी चावल की खीर बनाएं और इसका भोग माता पार्वती को लगाएं। पति-पत्नी साथ में बैठकर ये खीर खाएं।
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