गिद्धौर : बाज़ार में बरकरार है रेशम की डोरी का क्रेज, रक्षा बंधन 26 को


[न्यूज़ डेस्क | संजीवन सिंह/अभिषेक कुमार झा]
 रक्षा बंधन के नजदीक आते ही गिद्धौर बाजार समेत इसके हर छोटे-मोटे  गाँव  के छोटी-छोटी दुकानों की रौनक भी बढ गयी है। गिद्धौर बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सज गए हैं। बाजार में पांच रुपये से लेकर 50 रूपये तक की राखियाँ उपलब्ध है। इस बार स्टोन ,मोती, सोने-चांदी की राखियाँ तथा रंग-बिरंगे कच्चे धागे के लम्बे-लम्बे कई तरह के राखी उपलब्ध हैं। बदलते ट्रेड ओर लोगों की पसंद को देखते हुए इस बार गिद्धौर बाजार में राखी की नई रेंज लड़कियों को काफी लुभा रही है। बच्चों से लेकर बडों तक के लिए एक से बढकर एक डिजाइन की राखियाँ गिद्धौर के दुकानों में नजर आ रही है। पर अब रक्षाबंधन के लिए राखी की खरीदारी चरम पर है।
जिनके भाई घर से बाहर रहते हैं और रक्षाबंधन पर घर नहीं आ पा रहे हैं,  उनको डाक के जरिए स्पीड पोस्ट के माध्यम से राखियाँ भेजने के लिए पहले से ही बहने राखियों की खरीदारी करती देखी गई. 
 गिद्धौर के कुछ प्रतिष्ठित दुकानों में चांदी की राखियाँ भी लोगों को लुभा रही है। चांदी की राखी में सोने का पानी चढा राखी अभी चलन में है।



पाठकों को बता दें कि, भाई बहन के पवित्र स्नेह व अमर प्रेम को स्थापित करने वाला पर्व रक्षा बंधन का पर्व इस बार 26 अगस्त को मनाया जा रहा है. राखी का पर्व नजदीक आने के साथ ही भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए बहनों का बुलावा आने लगा है। खैर जो भी हो, एक बात स्पष्ट है कि, इस बदलते दौर में राखियाँ तो बदल गई पर प्रेम, विश्वास, और सम्मान की बुनियाद पर टिके भाई- बहन के रिश्ते में कोई बदलाव नहीं आया है, लिहाज़ा गिद्धौर बाज़ार में रेशम की डोरी का क्रेज बहनों में आज भी बरक़रार है.

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