[बेगूसराय] ~अनूप नारायण
"कितने सूरज उभरे डूबे गंगा तेरे द्वारे,युगों युगों की कथा सुनाए तेरे बहते धारे,तुझको छोड़ के भारत का इतिहास लिखा ना जाए,गंगा तेरा पानी अमृत झर झर बहता जाय" जैसे मोहम्मद रफी के कालजयी गीतों से ज्यों ही बॉलीवुड अभिनेता अमित कश्यप ने अपने गाने की शुरुआत की लोग भाव विभोर हो गए।मौका था शहर के सर्वोदयनगर में सावन के अंतिम सोमवार की संध्या के अवसर पर आयोजित भक्ति जागरण का जहाँ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अभिनेता मंच पर उपस्थित हुए थे।मंच से संबोधित करते हुए अभिनेता कश्यप ने कहा कि सांस्कृतिक गतिविधियां न सिर्फ मनोरंजन का माध्यम है बल्कि सामाजिक समरसता विकसित करने का भी सशक्त जरिया है।
यदि समाज मे सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाय तो अपराधीकरण,आपसी वैमनष्यता,आतंकवादी गतिविधियां आदि दुर्गुणों का स्वतः समापन हो जाएगा।कार्यक्रम का संचालन अविनाश बाबा महंथ ने किया जबकि संतोष कुमार मिठू, टुनटुन कुमार,नवीन कुमार आदि ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।अभिनेता ने मंच से अपनी आगामी आनेवाली फिल्मों लव यू दुल्हिन,सईयां ई रिक्शावाला और गुलमोहर का प्रमोशन भी किया।उक्त अवसर पर कलकत्ता से आई गायिका बंटी बनर्जी,चर्चित लोकगायिका कविता सिंह,कार्यक्रम संयोजक बबलू आनंद,उद्घोषक जितेंद्र कुमार आदि ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।मौके पर शिक्षक नेता अमरेन्द्र कुमार सिंह,ऑसम डेयरी के पदाधिकारी अजीत झा,फ़िल्म निर्देशक अरविंद पासवान, छोटू कुमार,कैलू,मनोज कुमार,रामकुमार,अरुण,राहुल सिंह, संजीव कुमार,पंकज कुमार सहित कई थे।ओंकार डांस ग्रुप के डांसरों की झांकियां भी लोगों को प्रभावित करने में सफल रही।
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