विनाशकारी बारिश भैरवी व दामोदर नदी के संगम स्थल पर जगतमाता छिन्नमस्तिका मंदिर के कई हिस्से में पानी घुस गया।
दामोदर नदी का पानी रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिके मंदिर के बलि स्थल के पास तीन से पांच फीट पानी भर गया।
रजरप्पा मंदिर का भंडार गृह, धर्मशाला पानी में डूब चूका है। मंदिर के पुजारी ए पंडा ने कहा कि पानी का इस प्रकार का कहर 2002 में देखने को मिला था।
दामोदर और भैरवी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। 1976 में पूरा मंदिर डूब गया था।
आसपास की कई दुकानें भी ध्वस्त हो गयी हैं।