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चकाई : समारोहपूर्वक मनायी गई पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती

Gidhaur.com (चकाई) : शनिवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेदकर भवन में संथाल समाज की ओर से संथाली भाषा के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मु की 113वीं जंयती समारोहपुर्वक मनायी गई। समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी आई पी गुप्ता, जिला पार्षद रामलखन मुर्मु एवं झामुमो नेता ओंकारनाथ बर्णवाल ने संयुक्त रूप से पंडित रघुनाथ मुर्मु की तस्वीर पर मार्ल्यापण कर किया।

मौके पर आई पी गुप्ता ने कहा की रघुनाथ मुर्मु ने ओल चिकी लिपि का आविष्कार किया और उसी में अपने नाटकों की रचना की। जिससे उन्होंने संताली समाज के धार्मिक नेता का दर्जा प्राप्त है। संथाल समाज के लोग उनकी तस्वीर अपने घरों में लगाते है और उनकी पुजा तक की जाती है। इसलिए शीघ्र ही वे चकाई में पंडित जी की प्रतिमा लगवाएगे।

झामुमो नेता ओकारनाथ बर्णवाल ने रघुनाथ मुर्मु की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने संथाली भाषा का जनक बताया। जिला पार्षद रामलखन मुर्मु ने कहा की रघुनाथ जी ने अपने पुरे जीवन में तीन बातों पर विषेश ध्यान दिया। इनमें  लिपि का निर्माण करना, भाषा साहित्य समृद्ध करना और धर्म की राह पर चलकर जीवन को सार्थक बनाना। आज हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

मौके पर आदिवासी युवतीयों द्वारा एक से बढकर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसे लोगो ने भरपुर सराहा। समारोह को पुर्व सीओ सुखेन सौरेन, भोला बास्के, मुंशी मराडी, राजेन्द्र टुडडु, मतलु हांसदा, मंजु सौरेन, संजय पांडेय, सौरव सिंह सेंगर, विजय तांती, मुन्ना बेसरा, संग्राम हांसदा, शामेल बास्के आदि ने संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता अनिल मुर्मु ने की जबकि मंच संचालन उपेन्द्र शर्मा ने किया।

सुधीर कुमार यादव
चकाई     |     05/05/2018, शनिवार

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