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शनिवार, 27 मई 2017

नयागांव में पुरानी सड़क, कीचड़ और गड्ढों से चलना मुश्किल

जहाँ एक ओर केंद्र एवं बिहार सरकार सड़कों का मकड़जाल फ़ैलाने व लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने में प्रयासरत है वहीं गिद्धौर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले कुंधुर ग्राम पंचायत के नयागांव में लोग कीचड़-गड्ढे वाले सड़क से गिरते-संभलते अपनी यात्रा करने को मजबूर हैं। इसी रास्ते से ग्रामीणों को ट्रेन पकड़ने चौरा रेलवे स्टेशन भी जाना पड़ता है। बच्चों के लिए मध्य विद्यालय नयागांव जाने का भी यह एकमात्र मुख्य रास्ता है। बरसात के दिनों में इस रास्ते में पानी जमा हो जाने के कारण सभी ग्रामवासियों को कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों व वृद्धों को सर्वाधिक परेशानी झेलनी पड़ती है। गुगुलडीह मुख्यमार्ग पर स्थित पेट्रोल पम्प से 4-5 किलोमीटर की दूरी का एक सड़क चौरा रेलवे स्टेशन तक जाता है।
जिस रास्ते से होकर ही सभी गांववासी रेलवे स्टेशन जाते हैं। लेकिन अब यह सड़क गड्ढों व रोड़ों की वजह से इतना खतरनाक बन चुका है कि लोग भगवान का नाम लेते हुए इस रास्ते से सफर करने को मजबूर हैं। इस गांव में लगभग 300 घर की आबादी है। अक्सर ही विभिन्न जनप्रतिनिधियों का भी यहाँ आना-जाना होता है लेकिन अब तक किसी ने भी इस सड़क का मरम्मतीकरण व पीसीसी ढलाई करवाने की दिशा में ध्यान नहीं दिया है। इस वजह से इसी जीर्ण-शीर्ण सड़क से स्कूल और स्टेशन जाने के लिए ग्रामीणों को बरसात में कीचड़ से होकर और अन्य दिनों बचते-बचाते गुजरना पड़ता है।
बरसात का पानी सड़क पर लग जाने से लोग चप्पल-जूते हाथ में उठाकर इसे पार करते हैं। कई दफा तो कीचड़ में फिसलकर गिर भी जाते हैं। पंचायत के जनप्रतिनिधि और क्षेत्र के विधायक-सांसद के पास भी इस सड़क के निर्माण हेतु ग्रामीणों द्वारा गुहार लगाया गया। जिसके बाद हर जगह से केवल आश्वासन ही मिलता रहा, लेकिन अब तक इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे बिहार के विकास की बात से यह गांव और सड़क कोसों दूर हो। यहाँ के लोग आश्वासन से अपने आप को दिलासा दे लेते हैं। 
नयागांव निवासी गायक-अभिनेता मिथिलेश यदुवंशी ने इस सन्दर्भ में बताया की गुगुलडीह-कुंधुर होकर इसी रास्ते प्रतिदिन हजारों लोग चौरा रेलवे स्टेशन जाते हैं और इसी सड़क के किनारे यादवों की बस्ती भी है, बरसात का कीचड़ लोगों के घरों में भी आ जाता है। वर्ष 2000 में इस रास्ते पर मोरम डलवाया गया था लेकिन उसके बाद से किसी ने भी इसे पक्की सड़क बनवाने के लिए ध्यान नहीं दिया। इस सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत होना है लेकिन अब तक कोई भी योजना और टेंडर पास नहीं हुआ है। 

(सुशान्त साईं सुन्दरम)
~गिद्धौर       |         27/05/2017, शनिवार 
www.gidhaur.blogspot.com

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