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चकाई : गोला दुर्गा मंदिर में कुंवारी कन्याओं का हुआ ज्योनार

चकाई | सुधीर कुमार】 :-

मंगलवार को प्रखंड के गोला गांव स्थित गोला दुर्गा मंदिर के प्रांगण में मंदिर के पुजारी पंडित चक्रपाणि मिश्रा द्वारा स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से 151 कुँआरी कन्याओं को खीर भोजन का ज्योनार कराया गया।


इस बारे में  मिश्रा जी ने बताया कि यह कन्या कुँआरी ज्योनार कार्यक्रम पिछले 40 बरसों से अनवरत किया जा रहा है। कन्याकुमारी ज्योनार की शुरुआत उनके पिता तथा गोला दुर्गा मंदिर के पुजारी पंडित उदित नारायण मिश्रा द्वारा आज से चालीस बरस पूर्व माँ दुर्गा से मिले सपने को पूरा करने के लिए प्रारम्भ की गई थी। माँ गोला वाली दुर्गा ने उनसे कहा कि मंदिर के प्रांगण में भादो मास के शुक्लपक्ष को कन्या कुमारी के ज्योनार के बाद ही शारदीय नवरात्रा की पूजा की जाय, तब से यह कन्याकुमारी का ज्योनार कार्यक्रम चलता आ रहा है। गोला दुर्गा मंदिर के वर्तमान पुजारी पंडित चक्रपाणि मिश्रा द्वारा कन्या कुँआरी ज्योनार कराया जाता है। इस ज्योनार में आसपास के कम से कम 5 गांव की कन्याओं का इस ज्योनार में भाग लेना होता है। वहीं इसमें लगने वाले दूध एवं अरवा चावल ग्रामीणों द्वारा अपने अपने घरों से लाकर पंडित जी के हवाले किया जाता है। वही प्रखंड के पेटारपहरी एवं उरवा गाँव  स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर में भी ब्राह्मण भोजन का आयोजन किया गया। 
जानकारी देते हुए ग्रामीण मुरली धर मिश्रा, धनंजय मिश्रा, बंशीधर मिश्रा, महेंद्र मिश्रा, अविनाश दुबे, पवन मिश्रा,  गोपाल मिश्रा, विमल मिश्रा, विजय दुबे, संजय मिश्रा, वरुण मिश्रा, मालिक पांडेय, एतवारी पांडेय, अवध पांडेय, महादेव राय, गिरजा राय, बिनोद राय, विजय कुमार सिन्हा, फुलदेव राय, अशोक राय, गोपी साह, रोहित राय,मिठू सिंह, राजू सिंह, दर्शन यादव, कारू पासवान, सुधीर यादव आदि  ने बताया कि प्रत्येक वर्ष के भादो माह में ब्राह्मण भोजन एवं कुँवारी कन्याओं का आयोजन किया जाता है। साथ ही भादो मास के आगमन के साथ ही प्रत्येक दिन काली मंदिर में दुर्गासप्तशती का पाठ किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि ये परंपरा वर्षों से चली आ रही है तथा ऐसा करने से गाँव में सुख शांति तथा समृद्धि बनी रहती है।