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जमुई : तंबाकू निषेध दिवस पर आम व खास सबने इसके सेवन न करने की ली शपथ


जमुई/बिहार (Jamui/Bihar), 1 जून 2024, शनिवार : बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने व्यवहार न्यायालय परिसर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र कुमार सिंह ने न्यायिक पदाधिकारियों एवं कर्मियों को तंबाकू का सेवन कभी नहीं करने और लोगों को भी तंबाकू सेवन से रोकने के लिए जागरूक करने का शपथ दिलाया।

जिला जज ने इस अवसर पर कहा कि सेहत और सुखी जीवन के लिए तंबाकू से दूर रहें। इसका सेवन धीमी आत्महत्या है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरी दुनिया में हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मकसद तंबाकू के उपयोग से जुड़े खतरे को उजागर करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन तंबाकू के सेवन से स्वास्थ्य से संबंधित जोखिम के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस को बढ़ावा देता है और सरकार को ऐसी नीतियों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित करता है जो धूम्रपान और अन्य तंबाकू उत्पादों के उपयोग को कम करने में मदद करे। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक तंबाकू के सेवन से दुनिया भर में हर साल 80 लाख से ज्यादा लोग मरते हैं। किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन करने से फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है और सांस की बीमारियों की गंभीरता बढ़ जाती है।
तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक प्रस्ताव पारित किया , जिसमें 07 अप्रैल 1988 को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में घोषित किया गया। इस प्रस्ताव को इसलिए पारित किया गया ताकि लोगों को कम से कम 24 घंटे तक तंबाकू का सेवन न करने के लिए प्रेरित किया जा सके। बाद में 1988 में संगठन ने एक और प्रस्ताव पारित किया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस हर साल 31 मई को मनाए जाने का निर्णय लिया। तभी से हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। जिला जज ने इस अवसर पर दीर्घायु जीवन के लिए आम व खास से तंबाकू का सेवन न करने की अपील की।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राकेश रंजन ने कहा कि तंबाकू सेवन से कैंसर, स्ट्रोक और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लोगों को तंबाकू के बुरे प्रभावों के बारे में शिक्षित करने के लिए कई अभियान और गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। यदि आप धूम्रपान छोड़ देते हैं तो आपको तत्काल और दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन करने से बचना है एवं अपने आस-पड़ोस में जो भी लोग तंबाकू एवं इससे से निर्मित पदार्थों का सेवन करते हैं, उन्हें भी इससे बचने के लिए प्रेरित करना है। उनके सामने खुद तंबाकू ना खा कर स्वयं को मॉडल के रूप में उनके समक्ष प्रस्तुत करें ताकि आपको उदाहरण के रूप में गिना जा सके। सचिव ने तंबाकू को सेहत के लिए अत्यंत अहितकारी करार दिया।

कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश विकास कुमार, एडीजे सत्यनारायण शिव हरे, कमला प्रसाद, संजीव कुमार, अतुल सिन्हा, अमरेंद्र कुमार समेत अधिकांश न्यायिक पदाधिकारियों और न्यायालय कर्मियों ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर इसके उपयोग से बचने और अन्य लोगों को भी इसके लिए जागरूक किए जाने का शपथ लिया।

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