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गुरुवार, 1 जून 2023

जमुई : व्यवहार न्यायालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस आयोजित

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जमुई (Jamui), 1 जून 2023 : जमुई व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन के प्रशाल में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव पवन कुमार की अध्यक्षता में विश्व तंबाकू निषेध दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया।
एडीजे पवन कुमार ने इस अवसर पर कहा -
तंबाकू सेवन की आदत अत्यंत हानिकारक है।इस पर नियंत्रण के साथ बचाव के लिए विश्व तम्बाकू निषेध दिवस प्रत्येक वर्ष 31 मई को मनाया जाता है। यह पहल विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 1988 में तंबाकू की महामारी की ओर सबका ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया था। इसके अलावे इस दिन का उद्देश्य तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में आम जनता में जागरूकता फैलाना है। इस दिवस का हर साल एक अलग थीम होता है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023 का इस वर्ष का थीम है “ हमें भोजन चाहिए , तंबाकू नहीं ” जिसका उद्देश्य तंबाकू उत्पादन करने वाले किसानों के लिए वैकल्पिक फसल उत्पादन और विपणन के अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें टिकाऊ और पौष्टिक फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

एडीजे ने आगे कहा कि तंबाकू एक प्रकार की निकोटियाना प्रजाति के पौधों के पत्तों को सुखाकर नशा करने का पदार्थ है। यह एक तरह का मीठा जहर है। इससे धीरे - धीरे व्यक्ति की जान पर खतरा मंडराने लगता है। लोग इसका सेवन तंबाकू वाला पान , पान-मसाला , खैनी बीड़ी , सिगरेट , सिगार , चिलम , हुक्का आदि के रूप में करते हैं।

इसके सेवन से मुंह का रोग , सफेद दाग , मुंह नहीं खुलना , मुंह का कैंसर , हृदय की नसों में रुकावट , दिल का दौरा , ब्लड प्रेशर , स्ट्रोक , श्वास की बीमारी , फेफड़ों का कैंसर , रक्त कैंसर , पेट व आंत का कैंसर आदि बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। सर्वेक्षण के मुताबिक भारत में 35 प्रतिशत से अधिक युवा समेत 290 मिलियन लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। इसके चलते हर वर्ष 10 में से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। वार्षिक आंकड़ा प्रति वर्ष 13 लाख के करीब आता है।

तंबाकू का प्रयोग बंद करना उन सर्वोत्तम कार्यों में से एक है जो व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को सुधारने और इसके हानिकारक प्रभावों को कम करना चाहते हैं। तंबाकू छोड़ने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है। फेफड़े की कार्यक्षमता में सुधार होता है और श्वसन संबंधी बीमारियों के खतरे पर नियंत्रण संभव है। इससे दूर रहने से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है और व्यक्ति को एक स्वस्थ एवं अधिक संतुष्ट जीवन की ओर ले जाता है। आइए हम तंबाकू मुक्त वातावरण बनाएं ताकि आने वाली पीढ़ियां खुशी से जीवन जी सके। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनों को तंबाकू का सेवन नहीं करने का शपथ दिलाया। साथ ही कार्यालय परिसर को " नो तंबाकू जोन " घोषित किया।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर कार्यालय कर्मी मुकेश रंजन समेत अधिकांश न्यायालय कर्मी उपस्थित थे।

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