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"बिहार भारती अवार्ड" से सम्मानित किए गए कई हस्ती, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित



पटना/बिहार (Patna/Bihar), 21 फरवरी : समाज में सही लोगों का सम्मान करना एक अच्छी परंपरा होती है। बिहार में ऐसे कई विभूति ने इस देश के आगे बढ़ाने बीबीवाले लोगों को मार्गदर्शन एवं प्रेरणा भी दिया है। हमारे प्रदेश के युवा वर्ग और हर वर्ग के लोग बिहार के विकास में अपना तन मन धन लगा रहे हैं जो बिहार काफी पिछड़ा हुआ करता था आज प्रगतिशील प्रदेश के रूप में जाना जा रहा है।हम परदेस को आगे बढ़ाने के लिए परिश्रम कर रहे हैं तभी तो आज बिहार प्रदेश दूसरे प्रदेशों से बहुत पीछे नहीं है। यह उद्गार बिहार कलाश्री पुरस्कार परिषद की ओर से आयोजित कलाकार मिलन समारोह के अवसर पर " बिहार भारती अवार्ड सह रंगारंग सांस्कृतिक समारोह के उद्घाटन भाषण पर प्रख्यात समाजसेवी सह सर्जन चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने कही।


मुख्य अतिथि बिहार नागरिक परिषद के पूर्व महामंत्री ज. द. यू के वरिष्ठ नेता अरविंद कुमार उर्फ छोटू सिंह के अलावे हम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता समाजसेवी ई.अजय यादव, आई आई बी एम के निदेशक ए क नायक, जहानाबाद एस एस कॉलेज के प्राचार्य डॉ एस के मिश्रा, कोलकाता के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशिका एव गीतकार बेबी चक्रवर्ती, एमएनपी एकेडमी के निदेशक व इवेंट मैनेजमेंट कर्ता नीरज सिन्हा और जयंती सिन्हा, रघुनाथपुर के ज द यू नेता मनोज सिंह और व्यवसायी राज रंजन गिरी उपस्थित होकर अपना विचार व्यक्त किए।


समारोह की अध्यक्षता कला सांस्कृतिक पुरुष व वरिष्ठ पत्रकार विश्वमोहन चौधरी "संत" ने किया।

   

अतिथियों के हाथों "बिहार भारती अवार्ड"डॉ राजेश कुमार, अंजू कुमारी, डॉक्टर पूजा त्रिपाठी, डॉ रेखा सिन्हा, ए के नायक, बेबी चक्रवर्ती, राजेंद्र कुमार, कुमारी नलिनी शाह,भूपेंद्र कुमार, सुनील सिन्हा उर्फ मैक,अर्चना कुमारी, रवि रोशन, मंतोष, सुनील पांडे और समर्थ नाहर को सम्मान स्वरूप अंगवस्त्रम सम्मान पत्र एवं आकर्षक ट्रॉफी देकर के सम्मानित किया गया।


आरंभ में स्वागत भाषण पत्रकार आकाश कुमार ने किया। कार्यक्रम संयोजिका अनुष्का जयसवाल के लोक गायन से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। साथ ही स्वागत गान अनुष्का जयसवाल, हर्षिता और एलिजा बानो ने किया।

"रोते-रोते हंसना सीखो" और "बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा" गाने पर रमेश कुमार और ज्योतिश्री ने अच्छा स्वर दिया।


"दिल है कि मानता ही नहीं" गाने और "तुम्हें देखती हूं" पर ज्योतिश्री ने गायिकी पर चार चांद लगा दिया। अन्य कलाकारों में दिव्या श्री, आकांक्षा कृति, सिमरन कुमारी, मानसी गुप्ता, पायल कुमारी, प्रतिज्ञा कुमारी, कुमारी सीमा सिंह, हर्षिता गोयल प्रमुख रूप से उपस्थित होकर गायन वादन और नृत्य से अपना कौशल दिखाई। संपूर्ण मंच संचालन रोशन कुमारी झुमरू ने की और धन्यवाद ज्ञापन अमित बक्सर ने किया।

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