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गिद्धौर नर्सरी की स्थापना कर रघुनन्दन ने बिखेरी मेहनत की हरियाली

गिद्धौर/जमुई (Abhishek Kumar Jha) :- पर्यावरण के प्रति सकारात्मक सोच में दूरदर्शिता का मिश्रण जब जनहित के लिए धरातल पर उतरता है तो कई लोग इससे प्रेरित होते हैं। ऐसा ही कुछ वाक्या जमुई जिले के गिद्धौर (Gidhaur) में देखने को मिल रहा है, जहां पर बेहद कम संसाधनों के बीच शुरू किए 'गिद्धौर नर्सरी' (Gidhaur Nursery) आज कई लोगों को पर्यावरण संरक्षण की ओर जोड़ रहा है।

रघुनन्दन, पर्यायवरण प्रेमी।

दरअसल, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के मद्दे नजर एक वर्ष पूर्व गिद्धौर नर्सरी की स्थापना सेवा-गिद्धौर निवासी रघुनन्दन साव (Raghu Nandan Saw) के द्वारा की गईं। आज इनकी मेहनत से कई लोग पौधरोपण, बाग बगीचे व हरियाली से जुड़ पेड़-पौधों के प्रति रुचि जगाई है। गिद्धौर स्थित कस्तूरबा विद्यालय (Kasturba Vidyalay Gidhaur) के समीप चल रहे इस नर्सरी में विभिन्न प्रकार के फूल, सजावटी पौधे सहित आम, अमरूद, कटहल, नारियल के पौधे भी उपलब्ध हैं।  नर्सरी संचालक रघुनंदन साव बताते हैं कि जिलास्तर के कई पौधरोपण कार्यक्रम में 'गिद्धौर नर्सरी' ने अपनी जगह बनाई है। गिद्धौर नर्सरी  में उपलब्ध उन्नत किस्म के पौधे जल-जीवन हरियाली योजना का भी हिस्सा बना है, जिसके तहत कई स्कूलों में इसी नर्सरी का पौधा आज हरियाली बिखेर रहा है। बाबा कोकिलचंद धाम गंगरा (Baba Kokilchand Dham Gangra) के पुष्पवाटिका में भी इनके तरफ से दर्जनों पौधा फ्री में मिला है ।
 बेहद कम व सीमित संसाधनों में रघुनन्दन द्वारा शुरू किए गए इस नर्सरी में उचित दामों पर सर्वोत्तम क्वालिटी के पौधे उपलब्ध कराकर क्षेत्रीय लोगों के बीच एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
नर्सरी के स्वामी रघुनन्दन  साव बताते हैं कि वर्तमान परिदृश्य में  पर्यावरण को बचाने व जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए पौधरोपण (plantation) बेहद जरूरी है। इसी को बढ़ावा देने के लिए गिद्धौर जैसे क्षेत्र में नर्सरी की स्थापना की और अपनी लगनशीलता, मेहनत, और निष्ठा के बल पर आज  क्षेत्रिय लोग ही नही बल्कि जिला प्रशासन से भी साधुवाद प्राप्त कर चुके हैं। पर्यावरण को लेकर इनके त्याग व समर्पण को देखते हुए जमुई में आयोजित एक पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान मुंगेर प्रक्षेत्र डीआईजी मनु महाराज (DIG Manu Maharaj) और जमुई एसपी डॉ. इनामुल हक मेगनू (Jamui SP Enamul Haq Mengnu) ने भी सार्वजनिक मंच पर इनके कार्यों को सराहा। अपने हुनर को सफलता का मंत्र बनाने वाले रघुनन्दन को 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' (Ek Bharat, Shreshth Bharat) के मंच पर भी सम्मानित किया जा चुका है।


विदित हो, गिद्धौर के छोटे से कस्बे में रहने वाले रघुनन्दन के इस नर्सरी में तैयार किये गए पौधे न सिर्फ जमुई जिले में बल्कि मुंगेर (Munger), भागलपुर (Bhagalpur), (Lakhisarai) लखीसराय सहित झारखंड (Jharkhand) के देवघर (Deoghar) में भी ख्याति प्राप्त कर गिद्धौर के नाम को और गौरव प्रदान कर रहा है।

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