गिद्धौर [सुशान्त साईं सुन्दरम] :
गुरुवार को गांधीवादी विचारधारा के सामाजिक कार्यकर्ता सूर्या वत्स ने मिट्टी के दीप जलाकर दीपावली मनाने के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत गिद्धौर स्थित ऐतिहासिक मिंटो टावर चौक परिसर से की। उन्होंने गिद्धौर बाजार एवं निकटम क्षेत्र में घूमकर लोगों को जागरूक किया। सूर्या वत्स ने कहा कि दीपावली को दीपों का त्योहार कहते हैं, न कि लाईट का।
गुरुवार को गांधीवादी विचारधारा के सामाजिक कार्यकर्ता सूर्या वत्स ने मिट्टी के दीप जलाकर दीपावली मनाने के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत गिद्धौर स्थित ऐतिहासिक मिंटो टावर चौक परिसर से की। उन्होंने गिद्धौर बाजार एवं निकटम क्षेत्र में घूमकर लोगों को जागरूक किया। सूर्या वत्स ने कहा कि दीपावली को दीपों का त्योहार कहते हैं, न कि लाईट का।
उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान राम जब रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापस आये तो उनके स्वागत में पूरे राज्य को दीपों से सजाया गया था। हमलोग पूजा पाठ में भी दीप जलाते हैं। धन की लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिट्टी के दिये जलाते हैं।
सूर्या वत्स ने कहा कि हमारे समाज की सुन्दरता है कि हर पर्व के बहाने किसी धर्म, वर्ग, जाती की मदद की जाती है। लेकिन इस पर्व से संबंध रखने वाला कुम्हार समाज आज भी अपने परिवार का भरण-पोषण बहुत मुश्किल से कर पाता है। हमारी जिम्मेदारी है कि अपनी परम्परा-संस्कृति को कायम रखते हुए इस त्योहार को मिट्टी के दीप जलाकर हम मनाएं ताकि कुम्हारों को भी मदद मिल सके।
उन्होंने कहा कि रंग-बिरंगे बिजली की लाईटों के कारोबारियों की मल्टी नेशनल कम्पनी है, जो तरह-तरह के हथकंडे अपना कर अपने कारोबार को बढ़ाते हैं, लेकिन इन गरीब कुम्हारों के पास सिर्फ और सिर्फ एक कारोबार मिट्टी से सामान बनाकर बाजार में बेचना है। हमारा दायित्व है कि गरीब कुम्हारों के बनाये मिट्टी के दीपों का इस्तेमाल करें और उन्हें भी खुशियां मनाने का मौका दें।
इस मौके पर राधेश्याम सिंह, उमेश कुमार, सविता देवी, रुबी देवी, चान्दनी कुमारी, मंजू देवी, वर्षा कुमारी, विकास पंडित एवं अन्य ग्रामीण मौजूद थे।