स्टेट डेस्क | अनूप नारायण :
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया। देश के आम बजट में एक ओर जहां गरीबों पर टैक्स का बोझ बढ़ाया गया है, तो वहीं मिडिल क्लास के घर के सपनों को मुमकिन बनाने की कोशिश की गई है। हालांकि, मीडिल क्लैस के लिए टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया। इसके अलावा गांव-देहात तक पानी, बिजली, शौचालय और गैस कनेक्शन को व्यापक स्तर पर मुमकिन बनाने पर जोर दिया गया है। मोदी सरकार ने अपने बजट में पेट्रोल-डीजल को एक रुपये मंहगा कर दिया है। वहीं, सोना तथा सिगरेट, गुटखा और बीड़ी पर भी टैक्स का दायरा बढ़ा दिया है।
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए बताया कि 2 करोड़ की आय तक टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि, 2-5 करोड़ की आय वाले पर 3 प्रतिशत का अतिरिक्त टैक्स लागू किया गया है। वहीं, 5 करोड़ से अधिक आय वालों को 4 फीसदी अतिरिक्त टैक्स देना होगा। मिडिल क्लास के लोगों को सस्ता घर (45 लाख रुपये) खरीदने पर 3.5 लाख रुपये की टैक्स छूट दी जाएगी। आम बजट में छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा एक ग्रिड से बिजली, मेट्रो विस्तार, जल मार्ग से माल ढुलाई, सड़कों का विस्तार और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने का ब्यौरा पेश किया गया।
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत: सीतारमण
2024 तक ‘हर घर नल, हर घर जल’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के दौरान बताया कि भारत इसी वर्ष 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में बैंकिंग सेंक्टर में उठाए गए सुधारात्मक कदम के सकारात्मक नतीजे आए हैं। बैंकों का 1 लाख करोड़ रुपये का NPA कम हुआ है। जबकि, बीते 4 सालों में 4 लाख करोड़ रुपये की वसूली की गई।
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