पटना से अनूप नारायण की रिपोर्ट :
- क्रेडाई की एक्जिक्यूटिव कमेटी एवं गवर्निंग काउंसिल बैठक में पूरे भारत से आए 100 से अधिक डेवलपर्स को बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने संबोधित किया
- क्रेडाई ने बिहार में रियल एस्टेट इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सर्किल रेट घटाने की मांग की
- क्रेडाई ने वर्तमान वित्त वर्ष में 25000 निर्माण श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षण देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की
पटना : कॉन्फेडेरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) ने आज वर्ष 2022 तक बिहार में 25000 किफायती घरों का निर्माण करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। क्रेडाई देश के निजी रियल एस्टेट डेवलपर्स का शीर्ष संगठन है, जो पूरे भारत में 12000 से अधिक सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है। इस प्रतिबद्धता के माध्यम से क्रेडाई ने भारत सरकार द्वारा 2022 तक सभी को घर देने के मिशन में योगदान देने का वचनदोहराया है। यह घोषणा पटना में आयोजित संगठन की एक्जिक्यूटिव कमेटी-गवर्निंग काउंसिल की बैठक के दौरान की गई। इस मौके पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों में बिहार के उप मुख्यमंत्री श्रीसुशील मोदीऔर राज्य सरकार के अन्य प्रमुख सदस्य शामिल थे।
ईसी-जीसी मीटिंग में ‘अफोर्डेबल हाउसिंग’ पर परस्पर संवाद वाली एक वर्कशॉप भी आयोजित की गई, जिसका संचालन क्रेडाई केरेरा लीगल एवं अफोर्डेबल हाउसिंग कमेटी के चेयरमैन श्री शांतिलाल कटारिया ने किया। यहां उन्होंने क्रेडाई डेवलपर्स के सवालों के जवाब दिए और उनके साथ उद्योग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। क्रेडाई ने अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट में डेवलपर्स को इन्सेंटिव देने की भी सिफारिश की,जिससे इस योजना का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित हो और डेवलपर्स एवं ग्राहक दोनों को लाभ मिल सके। बैठक के दौरान क्रेडाई ने सर्कल रेट को कम से कम 25%तक घटाने की मांग रखी क्योंकि कई इलाकों में यह बाज़ार दरों से अधिक है और ऐसे मामलों में आयकर अधिनियम की धारा 43सीए के तहत दंड के प्रावधान है।
एक शीर्ष औद्योगिक संगठन होने के नाते क्रेडाई सभी हितधारकों के समग्र विकास में पुरज़ोर यकीन करता है।भारत में निर्माण श्रमिकों मेंकौशल की भारी कमी को देखते हुए, क्रेडाई ने इस मंच पर सरकार की स्किल इंडिया पहल के अनुरूप इस वित्तीय वर्ष में 25000 से अधिक श्रमिकों को प्रशिक्षित करने का संकल्प लिया। इसमें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों प्रशिक्षण तकनीकों को शामिल किया जाएगा। क्रेडाई राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) का प्रत्यक्ष प्रशिक्षण भागीदार है औरइस कदम से भारतीय रियल एस्टेट उद्योगके सबसे बड़े संरक्षक के रूप में क्रेडाई की स्थिति अधिकमजबूत होगी, जो नए भारत के निर्माण के सपने के साथ आगे बढ़ रहा है।
सभी डेवलपर्स को एक मंच पर लाना क्रेडाई की सबसे अहम जिम्मेदारी है, और इसे पूरा करनेमें क्रेडाई बिहार हमेशा से एक अहम सहयोगी रहा है। साथ ही कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के विस्तार में भी क्रेडाई बिहार ने अग्रणी भूमिका निभाई है। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण पहल है -स्वच्छ पटना, जिसके तहत सदस्य डेवलपर्स के प्रोजेक्ट्स में कचरा प्रबंधन की शुरुआत की गई है।
क्रेडाई नेशनल के अध्यक्ष श्री जक्षय शाहने कहा, “क्रेडाई देश भर में अफोर्डेबल हाउसिंग क्षेत्र के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। हमें यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी है कि क्रेडाई बिहार “2022 तक सभी को घर” उपलब्ध कराने के प्रधानमंत्री मोदी के सपने को सच करने की प्रतिबद्धता को और मजबूती प्रदान करेगा। वर्तमान में कई नीतिगत अड़चने हैं, जिनका समाधान अभी बाकी है। पटना की इस ईसी-जीसी मीटिंग सेहमें न केवल रियल्टी सेक्टर बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था के विकास की एक नई लहर शुरू होने की उम्मीद है।”
क्रेडाई बिहार के अध्यक्ष श्री नरेंद्र कुमार ने कहा, “पटना में ईसी-जीसी बैठक में सरकार और रियल एस्टेट इंडस्ट्री का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों की मेजबानी करना हमारे लिए गौरव की बात है। दिन भर चली इस बैठक में हमें रियल एस्टेट उद्योग को जरूरी समर्थन प्रदान करने के क्रेडाई के लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। हम इस सेक्टर को सभी हितधारकों के लिए बेहद अनुकूल बनाना चाहते हैं और क्रेडाई का लक्ष्य भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के स्थाई विकास की शुरुआत के लिए इस मंच का उपयोग करना है।"