Gidhaur.com (विशेष) : पटना नगर निगम अपने कदम को लगातार आगे की तरफ बढ़ाते रहे इसके लिए पटना की मेयर सीता साहू लगातार काम कर रही हैं। अपने नेतृत्व के कार्यकाल को एक साल पूरे कर चुकी हैं। अपने इस एक साल की कामयाबी का श्रेय अपने सभी वार्ड पार्षदों को देती हैं, कहती हैं कि इन लोगों का अगर सहयोग नहीं मिला होता तो शायद सीता साहू आज महापौर नहीं होतीं।
बकौल महापौर देश के कोने-कोने में घूमने का मौका मिला, जब कभी शहरों को खुबसूरत और सुसज्जित देखतीं थी तो एक कसक बनी रहती थी की अपना पटना क्यों न इन्हीं की श्रेणी में खड़ा हो। आज मैं इस शहर के महापौर के पद पर रहते हुए अपने इसी सोच को साकार करने के लिए दिन रात मेहनत कर रही हूँ, जहाँ तक मेरा सामथर्य है। भाईयों एवं बहनों इस प्रथम वर्ष के कार्यकाल में आपके सहयोग से निम्न कार्यो को अंजाम तक पहुंचाने का लगातार कोशिश कर रही हैं।
19 जून 2017 को पटना नगर निगम के लिए पार्षदों ने इन्हें महापौर चुना। साथ ही निगम के कार्यों के संचालन की जिम्मेवारी भी सौंपी। इसके बाद निगम के कार्य के संचालन के लिए अब तक कुल 21 साधारण बैठक एवं 1 विशेष बैठक, 2018-19 के बैठक में बजट का कार्य सम्पन्न किया गया। वैसे सही मायनों में देखें तो नगर निगम भले ही लगातार काम कर रहा है लेकिन शहर की सफाई के मामले में मजदूरों की संख्या की कमी है। इसके लिए नगर आयुक्त एवं संबंधित पदाधिकारी के साथ बैठक कर निर्देश दिया जा चुका है कि प्रत्येक वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाय और अगले ही सशक्त स्थायी समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित कर प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन अतिरिक्त मजदूरों को तैनात किया गया है। जबकि सफाई वाहनों को चलाने के लिए चालक नहीं है। उन तीन मजदरों में से एक मजदूर जिन्हें वाहन चालने की भी व्यवस्था की गई है ताकि कार्यों को उचित समय पर निपटाया जा सके।
जब सीता साहू ने कार्यभार संभाला था उस वक्त पटना जल-जमाव के संकट को झेल रहा था लेकिन इस पर तत्काल कदम उठाते हुए नगर आयुक्त, मुख्य नगर अभियंता एवं संबंधित सभी पदाधिकारियों के साथ बैठककर नगर भूगर्व नाला/मेनहोल के उड़ाही के लिए डिसिल्टींग मशीन से काम जारी है, जिसका परिणाम देखने को मिल भी रहा है। शहर की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए पांच-पांच समरसेबुल बोरिंग, चापाकल की मरम्मती, अन्तर्राजीय बस पड़ाव, पटना के सभी वार्डो में जगमग रौशनी की व्यवस्था, स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहन राशि का भुगतान सुनिश्चित हुआ और यह आगे भी जारी रहेगा। आपको बता दें कि पूर्व में माफियाओं के कब्जे में 85 शौचालय था। नये लगभग 65 सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालय के लिए निविदा की गई है। मौर्यालोक कॉम्पलेक्स में भेंडरों के लिए सुसज्जित व्यवस्था किए जाने का प्रस्ताव है।
अजीमाबाद अंचल एवं पाटलीपुत्रा अंचल के नाम से दो नया अंचल बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है ताकि कार्यों को आसानी से निपटाय़ा जा सके। निगम को आर्थिक रूप से सुदृढ़ता के लिए वसूली के कार्यो को आधूनिकता प्रदान की जाएगी। होल्डिंग टैªक्स वसूली के लिए स्पैरो सॉफ्टेक प्राईवेट लिमिटेड, राँची को लक्ष्य आधारित राजस्व वसूली का कार्य दिया गया है। आर्य कुमार रोड वाले भूखण्ड पर पायलट प्रोजेक्ट को विकसित करने, डोर टू डोर कचरा प्रबंधन को और बेहतर करने, शहर को मच्छरों से मुक्त करने, लगभग 18 वार्ड खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं, जहां नहीं है वहां उपलब्ध कराए जाएंगे। 55 जगहों पर स्थायी प्याउ लगाने पर विशेष जोर दिया।
आगे के लक्ष्य को तीन माह में दिगर करते हुए महापौर सीता साहू ने कहा कि वर्षाऋतु से पूर्व आंतरिक नालों की सफाई, आईटी आधरित ‘‘कॉम्बैट’’ सेल का गठन, कचरा प्रबंधन एवं ड्रेनेज की मॉनिटरिंग को क्राउडसोर्स करना, सड़क के किनारे हरे वृक्ष-गुलमोहर और अमलतास लगवाना, परियोजनाओं में ग्रीन मेष कवर सुनिश्चित करवाना, मौर्यालोक निगम मुख्यालय में लिफ्ट को चालु कराना, भ्रष्टाचार के विरूद्व जीरो टॉलरेंस, निगम क्षेत्र को स्वच्छ करने के लिए अत्याधुनिक उपकरण जैसे रोड स्वीपिंग मशीन, जेसीबी, डिसिल्टींग मशीन, डस्टबीन, पोकलेन, फौगिंग मशीन इत्यादि उपकरणों की खरीदारी प्रमुख है।
350 ई. पूर्व यूनानी यात्री मेगास्थानीज और चीनी यात्री फाहियान ने अपनी-अपनी यात्रा वृतांत में लिखा है कि पूरे एशिया महाद्वीप में पाटलीपुत्र एक अत्यन्त सुन्दर सुव्यवस्थित एवं आकर्षित करने वाला शहर है यहां लोग इस शहर को देखने दूर-दूर से आतें हैं। सभी शहरों में यह सबसे सुन्दर शहर है। इस ऐतिहासिकता को बरकरार रखते हुए पटना की महापौर सीता साहू पटना की गरिमा और सौंदर्य को बनाए रखने के लिए संकल्पित हैं और अपने सहयोगी पार्षदों को भी इसके लिए बधाई देती हैं कि इनका सहयोग हमेशा बना रहता है। साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, नगर निगम आयुक्त एवं सभी अधिकारियों तथा पटना की जनता को सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि आगामी वर्षों में निर्धारित लक्ष्य से भी ज्यादा कार्य करने को कृत संकल्पित हूँ।
अनूप नारायण
पटना | 26/06/2018, मंगलवार
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