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सम्मानित की गईं उन्नति क्लासेज़ की निदेशक अपराजिता

Gidhaur.com (विशेष) : कुछ वर्ष पूर्व तक जमुई जिला के छोटे से कस्बाई गिद्धौर प्रखंड में बारहवीं तक के बच्चों के गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई को लेकर कोई माहौल नहीं था। एक धारणा बन गई थी कि गिद्धौर जैसे छोटे से गांव में बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल सकती, क्योंकि यहां अच्छे शैक्षणिक संस्थान नहीं हैं। लेकिन यह धारणा बदली और इसे कर दिखाया उन्नति क्लासेज़ की निदेशक अपराजिता सिन्हा ने। इन्होंने गिद्धौर में न केवल शिक्षण संस्थान शुरू किया, बल्कि गरीब मजदूर तबके के बच्चे जो बारहवीं तक के ट्यूशन-कोचिंग के लिए दूसरे शहरों में पढ़ने जा रहे थे उन्हें रोकने में सफलता पाई है। इससे क्षेत्र को भी काफी लाभ हो रहा है।

शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए मिला सम्मान
अपराजिता जिला भर में महिला सशक्तिकरण के मिसाल की तौर पर पहचानी जा रही हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए सोमवार 25 दिसंबर को जमुई के अशोक नगर भवन में समग्र सेवा व अम्मा परिवार द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री दामोदर रावत, डॉ. अंजनी सिन्हा, डॉ. एस. एन. झा, डॉ. मासूम, विदुषी शिक्षिका श्रीमती आर्या सिंह द्वारा सम्मानित किया गया।
अच्छे रैंक से सफल हो रहे उन्नति क्लासेज़ में पढ़ने वाले बच्चे
गिद्धौर स्थित उन्नति क्लासेज़ में बहुत ही कम फीस में अंग्रेजी व हिंदी माध्यम से सीबीएसई, आईसीएसई एवं बिहार बोर्ड के बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ इंग्लिश स्पोकन की भी पढ़ाई करवाई जाती है।
अपराजिता बताती हैं कि क्षेत्र के विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं सही दिशा-निर्देश के आभाव में स्कूली स्तर पर भी अच्छे रिजल्ट नहीं ला सकते। जबकि हमारे यहाँ पढ़ने वाले बच्चे अपने-अपने विद्यालयों में अच्छे रैंक से पास हो रहे हैं।

माता-पिता हैं प्रेरणास्रोत
गिद्धौर के स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर आगे बढ़ाने का सपना देखने वाली अपराजिता सिन्हा अपना प्रेरणास्रोत माँ कामिनी सिन्हा एवं पिता डॉ० प्रफुल्ल कुमार सिन्हा को मानती हैं। जिनका योगदान शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सराहनीय रहा है।
महिलाओं को अध्यापन से जोड़कर समाज में सकारात्मक सन्देश देने का प्रयास
अनुभवी एवं उच्च शिक्षित ख्याति प्राप्त शिक्षकों की टीम में भी महिलाओं को तरजीह देने वाली अपराजिता सिन्हा का कहना है कि सदियों से महिलाओं को चारदीवारी में कैद कर दिया जाता है। पारिवारिक बंधनों से वो अपने सपनों को उड़ान नहीं दे पाती हैं। ऐसे में हमारा प्रयास है कि महिलाओं को अध्यापन से जोड़कर समाज को एक सकारात्मक सन्देश दी जाए जिससे कि समाज में महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सके।


सफलता के झंडे गाड़ रहे उन्नति क्लासेज़ के बच्चे
अपराजिता एवं उनकी टीम ने नौनिहालों को बेहतर शिक्षा एवं उचित मार्गदर्शन देने का काम किया है। आज उनके द्वारा पढ़ाये गए बच्चे न सिर्फ पढ़ाई में सफलता प्राप्त कर रहे हैं बल्कि विभिन्न परीक्षाओं में भी शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2016 में हिंदुस्तान अख़बार द्वारा आयोजित ओलंपियाड में उन्नति क्लासेज़, गिद्धौर की पांचवी वर्ग की छात्रा ने जिला स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त कर अपना परचम लहराया। साथ ही वर्ष 2017 के दसवीं बिहार बोर्ड परीक्षा में 3 विद्यार्थी बेहतर अंकों के साथ उत्तीर्ण हुए एवं सीबीएसई की बारहवीं परीक्षा में एकमात्र छात्र ने भी अच्छे प्रतिशत के साथ प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अलावा अपराजिता गरीब तबके के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा भी दे रही हैं तथा अन्य गरीबों को भी मदद पहुंचा रही हैं।

Gidhaur.com      |       29/12/2017, शुक्रवार

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