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शुक्रवार, 20 जून 2025

गिद्धौर एनएच 333 की बदहाल सड़क बनी हादसों का कारण, जलभराव से हो रही असुविधा

  • वर्ष के शुरुआती महीनों में बनी सड़क में हुए गड्ढे
  • स्थानीयों में नाराजगी
गिद्धौर/जमुई, 20 जून 2025, शुक्रवार : गिद्धौर को झाझा और जमुई से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 333 की हालत इन दिनों बेहद खराब हो गई है। गिद्धौर के ऐतिहासिक लॉर्ड मिंटो टावर के समीप सड़क पर कई बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो लगातार हो रही बारिश के कारण जलजमाव से भरे हुए हैं। यह मार्ग स्थानीय लोगों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन वर्तमान स्थिति में यह राह मौत के मुंह जैसी बनती जा रही है।

बताया जाता है कि इस सड़क का पुनर्निर्माण वर्ष 2025 की शुरुआत में ही कराया गया था, लेकिन निर्माण में गुणवत्ता की भारी अनदेखी की गई। सड़क पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण पानी का बहाव बाधित हो रहा है और जगह-जगह जलजमाव के चलते गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है। बारिश का पानी इन गड्ढों में जमा होकर कीचड़ का रूप ले चुका है। राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार वाहन इन गड्ढों में असंतुलित होकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता सुशांत साईं सुंदरम ने कहा कि एनएच 333 पर बनी यह सड़क प्रशासन और निर्माण एजेंसी की लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है। सड़क निर्माण के समय गुणवत्ता की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से इतनी जल्दी सड़क जर्जर हो गई है। यह मार्ग गिद्धौर स्टेशन, बैंक, अस्पताल, स्कूल, थाना और अन्य सरकारी कार्यालयों तक जाने का मुख्य रास्ता है, इसके बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

व्यवसायी गुड्डू बरनवाल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हमारी दुकान के सामने गड्ढों में भरे पानी से जब भी वाहन गुजरते हैं, तो कीचड़ और पानी हमारे दुकानों तक आकर गिरता है। ग्राहकों का आना-जाना भी प्रभावित हो रहा है। अगर जल्द मरम्मत नहीं हुई तो हमें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
व्यवसायी अनिल रावत ने कहा कि बारिश के दिनों में सड़क की हालत जानलेवा हो चुकी है। दोपहिया वाहन चालक हर पल गिरने का डर लेकर चलते हैं। छोटी-छोटी बच्चियां स्कूल जाने में डर रही हैं।

व्यवसायी अमित कुमार रावत ने कहा कि यह मुख्य मार्ग है। इसे जल्द से जल्द दुरुस्त करना चाहिए। सड़क की ऐसी स्थिति में भी अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। ऑटो चालक सुजीत राज, मनोज रावत और जीतू रावत ने बताया कि गड्ढों की वजह से हमें वाहन चलाने में काफी दिक्कत होती है। गड्ढों में फंसकर कई बार सवारी गिर चुकी है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
टोटो चालक गोपाल पंडित ने बताया कि बारिश के दिनों में सड़क का गड्ढा और खतरनाक हो जाता है। गाड़ी पलटने का डर बना रहता है। प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि एनएच 333 की मरम्मत कार्य को अविलंब शुरू किया जाए। साथ ही सड़क पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था बनाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी समस्या उत्पन्न न हो। यदि समय रहते सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई तो स्थानीय लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को भी मजबूर हो सकते हैं। प्रशासन को जनता की आवाज को गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।

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